राजस्थान में वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुशखबरी है। राजधानी जयपुर में एक और तेंदुआ सफारी शुरू होने जा रही है। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इसका उद्घाटन करेंगे। इसके बाद आम जनता इस सफारी का लुत्फ उठा सकेगी। वन अधिकारियों का दावा है कि इसके साथ ही जयपुर दुनिया का पहला ऐसा शहर बन जाएगा, जहां तीन तेंदुआ सफारी संचालित होंगी।
22 वर्ग किलोमीटर में फैली होगी सफारी
क्षेत्रीय वन अधिकारी रघुवेंद्र सिंह राठौड़ के अनुसार नाहरगढ़ अभयारण्य में इस तेंदुआ सफारी की घोषणा हाल ही में राज्य बजट में की गई थी। अब यह प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है। यह सफारी करीब 22 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली होगी, जिसमें 19 वर्ग किलोमीटर का ट्रैक विकसित किया गया है। झालाना सफारी की तर्ज पर यहां भी पर्यटक सुबह और शाम दोनों शिफ्ट में करीब ढाई घंटे तक सफारी का लुत्फ उठा सकेंगे। बीड़ पापड़ क्षेत्र से प्रवेश मिलेगा। प्रति व्यक्ति शुल्क करीब 850 रुपए रहने की संभावना है, हालांकि अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
20 से अधिक तेंदुए और रेगिस्तान जैसा अनुभव
सफारी क्षेत्र में 20 से अधिक तेंदुओं के साथ ही कई अन्य वन्यजीव प्रजातियां भी मौजूद हैं। पहाड़ियों के बीच स्थित इस जंगल में पर्यटकों को रेगिस्तान जैसा अनुभव भी होगा, जहां रेत के टीले नजर आएंगे। यहां 'मायलबाग शिकार ओडी' नामक स्थान भी है, जो झालाना के 'शिकार ओडी' की तरह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा।
देश की पहली सेंचुरी, जहां चार प्रमुख सफारी उपलब्ध
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क अब शेर, बाघ और हाथी सफारी के बाद तेंदुआ सफारी का केंद्र बनेगा। यह देश की पहली ऐसी सेंचुरी होगी, जहां पर्यटकों को एक साथ चार प्रमुख सफारी की सुविधा मिलेगी।
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