मानसून में देरी और बढ़ते तापमान के बीच, अजमेर और आसपास के गाँवों में साँपों का दिखना आम होता जा रहा है। हाल ही में, पुष्कर-नागपुर की तलहटी में एक घर की दूसरी मंजिल के शौचालय के कमोड से अचानक 4 से 5 फुट लंबा काला, जहरीला कोबरा साँप निकल आया। यह नजारा देखकर परिवार घबरा गया, चीखा और दरवाज़ा बंद कर लिया।
घर के मालिक ने तुरंत साँप-मित्र बचावकर्ता सुखदेव भट्ट को बुलाया, जो मौके पर पहुँचे और कुछ ही मिनटों में कुशलता से कोबरा को बचा लिया। बाद में उसे मदार क्षेत्र के जंगलों में छोड़ दिया गया, जिससे स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली। वन विभाग के अधिकारियों ने कोबरा टीम राजस्थान और साँप-मित्र टीम की सेवा की प्रशंसा की है।
कोबरा को बिना नुकसान पहुँचाए जंगल में छोड़े जाने से वन्यजीव संरक्षण में लोगों का विश्वास और मज़बूत हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम की स्थिति को देखते हुए, अजमेर और उसके आसपास अक्टूबर के अंत तक साँपों के दिखने की संभावना है। इसलिए, लोगों को सतर्क रहने और विशेषज्ञों से तुरंत मदद लेने की सलाह दी जाती है।
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