राजस्थान के करौली जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे "ऑपरेशन स्मैक आउट" में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जिसमें करौली पुलिस और जिला विशेष टीम ने मिलकर 1.10 करोड़ रुपए की अवैध स्मैक जब्त कर तीन कुख्यात तस्करों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक करौली की सटीक रणनीति और मॉनिटरिंग के आधार पर की गई है। पुराने रिकॉर्ड पर नजर डालें तो इस साल अकेले करौली जिले में 131 तस्कर पकड़े जा चुके हैं। प्रदेश में इसका काफी बड़ा नेटवर्क है।
नाकाबंदी में पकड़े गए तस्कर
मुखबिर की सूचना के आधार पर कुड़गांव थानाधिकारी चंचल शर्मा और जिला विशेष टीम ने दियापुरा नाडा गांव में नाकाबंदी की। इस दौरान तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए तस्करों में मोतीपुरा, बारां निवासी घासीलाल (58) के पास से 181.71 ग्राम स्मैक और 4 लाख 200 रुपए नकद बरामद किए गए। कमल मीना (21) और विकास मीना (20) सवाई माधोपुर के रहने वाले हैं। इनके पास से क्रमश: 52.59 ग्राम और 52.79 ग्राम स्मैक बरामद की गई। पुलिस ने एक बिना नंबर की आरटीआर अपाचे मोटरसाइकिल, दो एंड्रॉयड फोन और एक कीपैड मोबाइल भी जब्त किया है।
बड़ा तस्करी नेटवर्क
पूछताछ में पता चला कि ये तस्कर बारां जिले से स्मैक खरीदकर करौली, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, सपोटरा और कुडगांव में सप्लाई करते थे। ये कच्ची सड़कों और जिले की सीमाओं का इस्तेमाल कर तस्करी करते थे। पुलिस इन पर काफी समय से नजर रख रही थी।
नशे के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई
इस साल 1 जनवरी से अब तक करौली पुलिस ने नशे के खिलाफ 65 मामले दर्ज कर 131 तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 999.885 ग्राम स्मैक, 103.843 किलोग्राम गांजा, 20.615 किलोग्राम पोस्त, 2 लाख 400 नशीली गोलियां और 500 नशीले इंजेक्शन जब्त किए हैं।
टीम की मेहनत रंग लाई
इस कार्रवाई में जिला स्पेशल टीम के कांस्टेबल कमल सिंह की अहम भूमिका रही। मामला एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कर जांच सपोटरा थानाधिकारी को सौंपी गई है। करौली पुलिस की इस कार्रवाई से मादक पदार्थ तस्करों में हड़कंप मच गया है।