नकली दवाओं का बाजार दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है जिससे पब्लिक हेल्थ को गंभीर खतरा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार लो और मिडिल इनकम वाले देशों में हर 10 में से 1 मेडिकल प्रोडक्ट नकली या घटिया है। भारत जो दुनिया का सबसे बड़ा जेनेरिक दवा निर्माता है भी इस समस्या का सामना कर रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार असली और नकली दवाओं में अंतर पहचानने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
You may also like
नोएडा में वाहन चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 19 बाइक और 2 स्कूटी बरामद
'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारत सिर्फ युद्धभूमि में ही नहीं जीता, टेक्नोलॉजी रेफरेंडम में भी मारी बाजी : अमेरिकी वॉरफेयर विशेषज्ञ
कनाडा में डिग्री पाने के लिए फ्रेंच अनिवार्य! छात्रों ने किया प्रदर्शन, लोग बोले- 'भारत वापस लौट जाओ'
रानू, सौम्या, समीर और सूर्यकांत को अंतरिम जमानत, पर जेल से नहीं होगी रिहाई, 570 करोड़ के घोटाले में बड़ा फैसला
सुगौली नगर पंतायत के सफाई कर्मी गये अनिश्चितकालीन हड़ताल पर