Himachali Khabar
शहर के कीर्तिनगर स्थित गली नंबर 4 में पिछले दो-ढाई माह से गली में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा पेयजल पाइप लाइन डालने का कार्य अधर में लटकाने से गलीवासियों को खासी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। गली निवासी एडवोकेट आशीष मेहता, मनू सेठी, मंजूबाला, जगदीश मेहता, चरणजीत नरूला, पवन बांसल, विक्की मेहता ने बताया कि करीब ढाई माह पूर्व कमेटी द्वारा इंटरलॉकिंग टाइलों से गली का निर्माण किया जा रहा था, जिसपर गली निवासियों ने नई पेयजल लाइन डालने की बात पर गली का निर्माण रूकवा दिया था।
इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से आधी गली में पाइप लाइन डाल दी गई, लेकिन आधी गली में पाइप लाइन न डालकर खुदाई कर छोड़ दी गई, जिसके कारण लोगों को गली से गुजरने में भी काफी परेशानी होने लगी। जब गलीवासियों ने विभाग के अधिकारियों से इस संबंधी पूछताछ की तो अधिकारियों ने पाइप लाइन न होने का रोना रोकर अपना पल्ला छुड़वा लिया, जबकि कागजों में पाइप लाइन पूरी दिखाई गई है।
गली निवासियों के बार-बार कहने पर एक माह के बाद विभाग ने पाइप लाइन तो उपलब्ध करवा दी, लेकिन गली में डाली नहीं। इसके बाद गली निवासियों ने स्वयं के खर्च से पाइपलाइन डलवाने के लिए खुदाई करवाई और पलंबर का खर्च भी स्वयं ही वहन किया, ताकि गली का निर्माण कार्य पूरा हो सके और लोगों को राहत मिले। गली निवासियों ने जिला प्रशासन व सरकार से मांग की है कि अधिकारियों द्वारा कागजों में पूरी पाइपलाइन दिखाने के मामले की जांच की जाए, ताकि भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की जा सके।
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