नई दिल्ली, 26 अप्रैल . आईपीएल 2025 के 43वें मैच में एक दिलचस्प आंकड़ा देखने को मिला. यह मुकाबला चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम में हुआ, जहां घरेलू टीम चेन्नई सुपर किंग्स को हार का सामना करना पड़ा. इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद विजेता टीम साबित हुई, जिसने पांच विकेट से मैच जीता. इस मैच में सीएसके के सभी बल्लेबाज तेज गेंदबाजों पर आउट हुए, सिवाय एक खिलाड़ी के- ये हैं रवींद्र जडेजा.
रवींद्र जडेजा का ऐसे आउट होना केवल इत्तेफाक नहीं है, क्योंकि स्पिन के खिलाफ उनका एक ऐसा रिकॉर्ड है जो गेंदबाजी की इस विधा के खिलाफ उनके संघर्ष को बखूबी बयां करता है. सीएसके के सभी बल्लेबाज ताजा मैच में जहां मोहम्मद शमी, पैट कमिंस, हर्षल पटेल और जयदेव उनादकट की गेंदों पर आउट हो रहे थे, वहीं जडेजा को कामिंदु मेंडिस ने चलता किया.
हालांकि जडेजा पूरी तरह फ्लॉप नहीं रहे, क्योंकि उन्होंने पवेलियन लौटने से पहले 17 गेंदों पर 21 रनों की पारी खेली, जिसमें एक चौका और एक छक्का लगाया.
जडेजा स्पिन के खिलाफ कितना संघर्ष कर रहे हैं, यह आईपीएल 2018 के बाद से उनके प्रदर्शन के जरिए समझा जा सकता है. जडेजा ने इस अवधि में स्पिनरों के खिलाफ शुरुआती 10 गेंदों पर केवल 88.01 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 53 पारियां खेली हैं और 9 बार वह आउट हुए हैं. स्पिन के खिलाफ उनका औसत भी केवल 21.22 का रहा है.
जडेजा हर प्रकार की स्पिन के खिलाफ संघर्ष करते रहे हैं. खासकर ऑफ स्पिन और बाएं हाथ की चाइनामैन बॉलिंग के खिलाफ उनका प्रदर्शन और भी कमतर है, जिसके खिलाफ उनका औसत क्रमशः 13.75 और 17.00 का ही रहा है. ऑफ ब्रेक के खिलाफ तो जडेजा का स्ट्राइक रेट भी केवल 78.57 का रहा है. ऑफ स्पिन गेंदबाज आमतौर पर बाएं हाथ के बल्लेबाजों को तंग करते रहे हैं.
लेग स्पिन गेंदबाजी आमतौर पर बाएं हाथ के बल्लेबाजों को पसंद आती है. जडेजा ने आईपीएल 2018 के बाद से इस बॉलिंग के खिलाफ 39 पारियों में 32.50 की औसत से रन बनाए हैं, लेकिन स्ट्राइक रेट 101.56 का ही रहा है, जो टी20 मानकों से कमतर है.
सबसे दिलचस्प बात यह है कि स्पिन खेलने की कला न केवल जडेजा को प्रभावित कर रही है, बल्कि इसका असर उनकी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के प्रदर्शन पर भी पड़ रहा है. एक समय स्पिन की सबसे दमदार टीम मानी जाने वाली सीएसके पिछले दो आईपीएल सीजन में स्पिन के खिलाफ सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाली टीम रही है.
आईपीएल 2018 से अब तक के आंकड़ों की बात करें तो खुद महेंद्र सिंह धोनी स्पिनरों के सामने बहुत सहज नहीं रहे हैं. धोनी ने इस अवधि में खेली गई 57 पारियों में स्पिनरों के खिलाफ शुरुआती 10 गेंदों पर केवल 88 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग की है. हालांकि उनकी औसत 44 की रही है, जो शानदार है.
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एएस/
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