वाशिंगटन, 24 मई . उत्तर कोरिया इस समय पिछले कई दशकों की तुलना में अपनी “सबसे मजबूत स्थिति” में है. इसकी वजह यह है कि उत्तर कोरिया लगातार उन्नत हथियार बना रहा है, जो उत्तर-पूर्व एशिया और अमेरिका की मुख्य भूमि में अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी देशों के लिए खतरा बन सकते हैं.
अमेरिका के रक्षा विभाग की खुफिया एजेंसी (डीआईए) ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट का नाम है ‘2025 वर्ल्डवाइड थ्रेट असेसमेंट’ यानी ‘2025 वैश्विक खतरे का आकलन’. इसमें उत्तर कोरिया, चीन, रूस, ईरान और अन्य देशों या संगठनों से उत्पन्न होने वाले सुरक्षा खतरों के बारे में जानकारी दी गई है.
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु और मिसाइल खतरों को लेकर चिंता बढ़ रही है. साथ ही, पिछले साल जून में रूस और उत्तर कोरिया के बीच हुई “व्यापक रणनीतिक साझेदारी” संधि के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य रिश्तों को लेकर भी चिंता जताई गई है.
डीआईए ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि “उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन को अब अपने शासन की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान को लेकर पहले से ज्यादा भरोसा हो गया है.”
रिपोर्ट में कहा गया है कि “उत्तर कोरिया इस समय पिछले कई दशकों में अपनी सबसे मजबूत स्थिति में है. उसके पास अब ऐसे हथियार और सैन्य ताकत है जो पूर्वोत्तर एशिया में अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी देशों के लिए खतरा बन सकती है. इसके साथ ही, वह अमेरिका तक को डराने की अपनी क्षमता को बेहतर बना रहा है.”
रिपोर्ट में बताया गया है कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मदद के बदले रूस, उत्तर कोरिया, चीन और ईरान के साथ अंतरिक्ष, परमाणु और मिसाइल से जुड़ी तकनीक, जानकारी और सामान साझा कर रहा है. इससे अगले तीन से पांच वर्षों में इन तीनों देशों के खतरनाक हथियार बनाने के कार्यक्रमों में तेजी आ सकती है.
एजेंसी ने कहा है कि “उत्तर कोरिया अपने मिसाइल कार्यक्रम के लिए ऐसी चीजें गैरकानूनी तरीके से खरीद रहा है, जिन्हें वह खुद अपने देश में नहीं बना सकता. इसमें उसे अक्सर चीन और रूस के लोगों की मदद मिलती है.”
रिपोर्ट में कहा गया है कि “उत्तर कोरिया आगे भी खतरनाक देशों को बैलिस्टिक मिसाइल और उससे जुड़ी तकनीक बेचता और प्रसार करता रहेगा.”
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एसएचके/केआर
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