मुंबई, 21 जून . रग्बी प्रीमियर लीग-2025 (आरपीएल) के एक हफ्ते में ‘हैदराबाद हीरोज’ अपने सभी चार मैच जीत चुकी है. टीम 15 प्वाइंट्स के साथ अंक तालिका में शीर्ष पर है.
‘हैदराबाद हीरोज’ की सफलता का श्रेय काफी हद तक जावेद हुसैन को जाता है, जिनका सफर असाधारण रहा है. चार मुकाबलों में 20 प्वाइंट्स के साथ जावेद प्वाइंट्स टेबल में सातवें पायदान पर हैं. वह इस सीजन लीग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले भारतीय हैं.
नई दिल्ली के वसंत कुंज में रहने वाले जावेद एक बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं. झुग्गी में पले-बढ़े जावेद के घर के पीछे एक जंगल था, जहां उन्हें मजबूरन शौच के लिए जाना पड़ता था, क्योकि उनके घर शौचालय नहीं था.
धीरे-धीरे एक एनजीओ (अर्थ फाउंडेशन) आया, जिसने जंगल को साफ करते हुए यहां एक मैदान बनाया.
‘दिल्ली हरिकेंस रग्बी क्लब’ के कोच एनजीओ के सहयोग से यहां आए और बच्चों को ट्रेनिंग देनी शुरू की. जावेद वहां अपने दोस्तों को खेलते हुए देखा करते थे, लेकिन यह खेल उनकी समझ में नहीं आ रहा था. इसके साथ ही वह खुद से बड़े बच्चों से डरते थे.
एक दिन कोच ने जावेद को देखा और कहा कि वह ट्रेनिंग के बाद उन्हें ‘टाइगर’ बिस्किट का पैकेट देंगे.
…फिर क्या था, ‘बिस्किट’ के लालच में जावेद ने रग्बी खेलना शुरू कर दिया.
शुरुआत में जब जावेद खेलते थे, तो परिवार के पास ज्यादा पैसे नहीं होते. इसके बावजूद उनके पिता ने बेटे के लिए हर संभव कोशिश की.
अपनी साधारण शुरुआत के बावजूद, जावेद ने यह स्पष्ट किया कि वह पैसे या प्रसिद्धि के लिए नहीं, बल्कि अनुभव और प्रदर्शन के लिए ‘आरपीएल’ खेल रहे हैं.
जावेद बताते हैं कि जब वह लीग में शामिल हुए, तो पैसे या किसी और चीज की परवाह नहीं थी. वह सिर्फ उन लोगों के साथ खेलना चाहते थे, जिन्हें टीवी पर देखते थे. वह उनसे सीखना चाहते थे.
‘हैदराबाद हीरोज’ कैंप में जावेद विश्व स्तरीय खिलाड़ियों से घिरे हुए हैं. फिजी के जोजी नासोवा और टेरियो तमानी जैसे ओलंपिक पदक विजेता और उनके स्पेनिश कप्तान मनु मोरेनो जैसे सितारे उनके साथ लॉकर रूम साझा करते हैं, जो एक उभरते रग्बी खिलाड़ी के लिए अमूल्य अनुभव है.
जावेद वर्ल्ड रग्बी के सबसे बड़े नामों में से एक डीजे फोर्ब्स से ट्रेनिंग ले रहे हैं, जो ऑल ब्लैक्स सेवेन्स टीम के पूर्व कप्तान भी हैं.
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आरएसजी/आरआर
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