New Delhi, 27 अगस्त . स्टार भारतीय जैवलिन खिलाड़ी नीरज चोपड़ा स्विट्जरलैंड के प्रतिष्ठित लेट्जिग्रुंड स्टेडियम में डायमंड लीग फाइनल जीतने के इरादे से उतरेंगे. चोपड़ा ने तीन साल पहले इसी स्टेडियम में अपने एकमात्र डायमंड लीग का खिताब जीता था.
डायमंड लीग फाइनल Wednesday से शुरू हुआ है. दो दिवसीय फाइनल में नीरज चोपड़ा का मैच Thursday को खेला जाएगा.
फाइनल के पहले दिन ज्यूरिख के सेचसेलौटेनप्लात्ज में शहर के प्रतिष्ठित ओपेरा हाउस के ठीक सामने एक स्ट्रीट इवेंट में पांच फील्ड स्पर्धाएं होंगी.
नीरज चोपड़ा ने दो डायमंड लीग प्रतियोगिताओं में भाग लिया है. दोहा में 90.23 मीटर के साथ वह दूसरे स्थान पर रहे थे. वहीं, पेरिस चरण में 88.16 मीटर के साथ जीत हासिल की थी. फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के बाद, उन्होंने 2025 डायमंड लीग सीजन के सिलेसिया और ब्रुसेल्स चरण से बाहर रहने का फैसला किया था.
ज्यूरिख में होने वाले फाइनल में सात खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. इसमें छह खिलाड़ी दुनिया के शीर्ष 10 का हिस्सा हैं. ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स मौजूदा डायमंड लीग चैंपियन के रूप में प्रतियोगिता में प्रवेश करेंगे. पिछले साल उन्होंने नीरज को मात दी थी.
जर्मनी के जूलियन वेबर ने साल की शुरुआत में दोहा में नीरज को हराया था. लीग में लंदन 2012 ओलंपिक चैंपियन केशोर्न वालकॉट और पूर्व विश्व खिताब धारक जूलियस येगो भी हिस्सा ले रहे हैं.
डायमंड लीग फाइनल 2025 में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा Thursday (28 अगस्त) को भारतीय समयानुसार रात 11:15 बजे शुरू होगी.
डायमंड लीग फाइनल 2025 के पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल का सीधा प्रसारण डायमंड लीग के यूट्यूब और फेसबुक पेज पर किया जाएगा. किसी भी टीवी चैनल पर इसका प्रसारण नहीं किया जाएगा.
–
पीएके/एबीएम
You may also like
सुंदर और सुशील होती है R नाम वाली लड़कियां इनके गुण जानकर झटपट कर लेंगे शादी`
कोलकाता से भुवनेश्वर पहुंचेंगे एक बार चार्ज में! JIO की नई चमत्कारी पेशकश कीमत सुनकर झूम उठेंगे आप`
करोड़ों की कारें हेलिकॉप्टर और फार्महाउस के मालिक MS धोनी लेकिन 1 पैसे का घमंड नहीं आज भी मां के संस्कारों और गांव की मिट्टी से करते हैं सच्चा प्यार`
पेट चीरे, स्तन काटे, नंगा कर घुमाया. पंजाब से पूर्वोत्तर तक महिलाओं के शरीर पर बनाए चाँद-तारे का निशान, रेप-धर्मांतरण की वे अनकही दास्ताँ जो हैं विभाजन का स्याह सत्य`
मुसलमानों के पानी पीने के तरीके: धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण