दोस्तो आज के आधुनिक युग में अधिकांश लोग अपने मोबाइल फोन पर ईयरबड्स लगाकर गाने सुनते हैं वो भी तेज ध्वनी में जो हमारे कानों के लिए नुकसानदायक होता हैं, लगातार गाने सुनने से कान से जुड़ी समस्याएं जैसे खुजली, दर्द और मैल जमा होना बहुत आम हो गया है। जल्दी आराम पाने के लिए, कई लोग अपने कानों में तेल डालते हैं - यह एक पुरानी घरेलू नुस्खों से चली आ रही प्रथा है। लेकिन क्या जानते है कि कान में तेल डालने से कई अन्य बीमारियां हो सकती हैं आइए जानते हैं इनके बारे में-
1. कान का पर्दा फटने का खतरा
दर्द से राहत पाने के लिए कानों में तेल लगाना बेहद जोखिम भरा हो सकता है। अगर कान का पर्दा कमज़ोर या क्षतिग्रस्त है, तो तेल अंदर रिस सकता है और कान के पर्दे के फटने का कारण बन सकता है।
2. स्थायी रूप से सुनने की क्षमता खोने का खतरा
कानों में तेल डालने से ओटोमाइकोसिस हो सकता है - एक फंगल संक्रमण जिसके परिणामस्वरूप स्थायी रूप से सुनने की क्षमता कम हो सकती है।
3. कान को ज़्यादा नुकसान
अगर किसी के कान का पर्दा पहले से ही फटा हुआ है, तो तेल डालने से स्थिति और बिगड़ सकती है। इससे कान की नली में सूजन, सूजन और और भी नुकसान हो सकता है।
4. खुजली और बेचैनी
तेल आपके कानों के अंदर गंदगी और नमी जमा कर सकता है, जिससे खुजली, जलन और दर्द भी हो सकता है। यह आपके कानों को आराम देने के बजाय, समस्या को और बढ़ा सकता है।
5. फंगल संक्रमण
तेल का अनावश्यक उपयोग कानों में फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ा देता है। ये संक्रमण दर्दनाक हो सकते हैं और इनके लिए लंबे समय तक इलाज की आवश्यकता होती है।
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