राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार को लेकर राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि अपराधियों और भ्रष्टाचार पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस ओर ध्यान देते हुए जनता को बेहतर शासन देना चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि प्रशासन में जनता का विश्वास पूरी तरह से खत्म होने से पहले तत्काल कार्रवाई की जाए।
अशोक गहलोत ने दौसा से कांग्रेस विधायक दीनदयाल बैरवा के यहां चोरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ''विधायक कह रहे हैं कि उनके घर पर तीन बार चोरी हो चुकी है। एक प्रमुख अखबार ने इसे पहले पन्ने पर छापा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि राज्य में अन्य लोगों की स्थिति कैसी होगी। कोई भी सुनने वाला नहीं है।''
विधायक श्री बैरवा के यहां चोरी होने से संबंधित प्रश्न के उत्तर में तथा प्रदेश में गवर्नेंस के विषय में मेरे विचार :
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 8, 2025
इंडियन एक्सप्रेस में आज फ्रंट पेज न्यूज है , एमएलए कह रहा है मेरे यहां तीन चोरी हो चुकी ,इंडियन एक्सप्रेस ने फ्रंट पेज पर न्यूज़ लगाई है उसकी तो फ्रंट पेज पर… pic.twitter.com/CfAjSd5Ypl
गहलोत ने कांग्रेस की दिवंगत नेता गिरिजा व्यास की जयंती के अवसर पर जयपुर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘‘प्रदेश के गांवों और जिलों में भी सुनवाई नहीं हो रही है। गुंडागर्दी है, माफिया हावी हैं और लोगों को पता ही नहीं है कि शिकायत कहां करें। शिकायत करने की पूरी प्रणाली ही ध्वस्त हो गई है।’’
गहलोत ने रेत माफियाओं की बढ़ती ताकत पर भी चिंता व्यक्त की। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘मैंने पहले भी कहा है कि बजरी के व्यापार पर माफिया का कब्जा हो गया है। बजरी अब बहुत महंगी हो गई है। पुलिस पर हमले हो रहे हैं। इतनी घटनाएं हो रही हैं और इस पर कोई नियंत्रण नहीं है।’’
रियांबड़ी में बजरी माफिया के आतंक पर :
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 8, 2025
देखिए मैं कह चुका हूं बजरी में सरकार पर माफिया हावी हो गए हैं, बजरी बहुत महंगी मिल रही है, हमारे वक्त में भी तकलीफ थी लोगों को मैं स्वीकार करता हूं हमारे वक्त में भी थी पर हमनें पूरा रोकने की कोशिश करी, पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन को पाबंद… pic.twitter.com/TtlgYU1kiQ
गहलोत ने गरीबों के लिए स्वास्थ्य बीमा के मामले में सरकार की कार्यप्रणाली की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘तकनीकी रूप से 25 लाख रुपये का बीमा कवर अभी भी मौजूद है, लेकिन लोगों को यह विश्वास दिलाया गया है कि इसे घटाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है। यह सरकार की सबसे बड़ी विफलता है।’’
उन्होंने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना (आरजीएचएस) को कमजोर करने पर भी अफसोस जताया। उन्होंने कहा, ‘‘आरजीएचएस कर्मचारियों के लिए एक बेहतरीन योजना थी। अब यह योजना ध्वस्त हो चुकी है और कर्मचारी नाखुश हैं।’’ गहलोत ने मुख्यमंत्री से विपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों की पुष्टि के लिए राज्य की खुफिया सेवाओं का उपयोग करने का आग्रह किया।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रचार के लिए प्रशासन की उपेक्षा की जा रही है। गहलोत ने कहा, ''घूमना अच्छी बात है, अगर दौरे करते हैं मैं उसको बुरा नहीं मानता। लेकिन आपको शासन भी करना होगा। मुख्यमंत्री के पास बहुत अधिकार हैं। उन्हें उस शक्ति का उपयोग करना होगा।''
गहलोत ने कहा, "हम सार्वजनिक संपत्ति हैं। जनता को हमसे किसी भी समय शिकायत करने का अधिकार होना चाहिए, अन्यथा आपकी छवि खराब होगी और आप शासन चलाने में विफल रहेंगे।'' उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा, ''विपक्ष आपका दुश्मन नहीं है। जब हम बोलते हैं वह आपको आगाह करने के लिए होता है कि ये हो रहा है। आपको इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यह आपके हित में भी है।"
You may also like
सामंथा रुथ प्रभु और राज निदिमोरू के रिश्ते की नई तस्वीरें वायरल
केएल राहुल और जडेजा के पास है लॉर्ड्स में इतिहास रचने का मौका, सचिन तेंदुलकर को छोड़ सकते हैं पीछे
भारत-ब्राजील साझेदारी को नई ऊंचाई, व्यापार लक्ष्य 20 अरब डॉलर, हुए अच्छे समझौते
खुद की हत्या की अफवाह फैलाकर बेकसूर को मारने वाला गिरफ्तार
Jurassic World Rebirth: चीन में बॉक्स ऑफिस पर धूम मचाने वाली फिल्म