हींग (Asafoetida) भारतीय रसोई में एक आम मसाला है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है? पारंपरिक आयुर्वेद में हींग का उपयोग कई बीमारियों और पाचन समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता रहा है।
आज हम जानेंगे कि हींग किस तरह तीन आम स्वास्थ्य समस्याओं में असर दिखाती है और इसे कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
1. पेट और अपच की समस्या
हींग पाचन को सुधारने में बेहद कारगर है।
फायदा:
- गैस और अपच कम करता है
- भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है
- पेट में भारीपन या दर्द से राहत देता है
कैसे इस्तेमाल करें:
- 1/4 चुटकी हींग को गर्म पानी में डालकर पीएं।
- खाना बनाते समय हींग का थोड़ा तेल में भूनकर डालें।
2. सर्दी-खांसी और गले की समस्या
हींग में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी, खांसी और गले की सूजन में मदद करते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
- 1/4 चुटकी हींग को गुनगुते पानी में मिलाकर दिन में 2-3 बार पी सकते हैं।
- बच्चों और बड़ों के लिए यह नेचुरल घरेलू सिरप का काम करता है।
3. ब्लोटिंग और गैस समस्या
अगर खाना खाने के बाद पेट फूलता है या गैस बनती है, तो हींग इसे कम कर सकती है।
कैसे इस्तेमाल करें:
- हींग को गर्म तेल में भूनकर दाल, सब्ज़ी या चावल में डालें।
- ऐसा करने से गैस बनने की समस्या कम होती है और पाचन बेहतर होता है।
हींग का सही सेवन
- रोज़ाना 1/4 से 1/2 चुटकी हींग पर्याप्त है।
- ज्यादा लेने से पेट में जलन या एलर्जी हो सकती है।
- गर्भवती महिलाएं या गंभीर बीमारी वाले व्यक्ति सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
हींग सिर्फ मसाले के तौर पर ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है। पेट, सर्दी-खांसी और गैस जैसी आम समस्याओं में इसका नियमित और सही मात्रा में सेवन शरीर को तुरंत राहत देता है। इसे अपनी डाइट में शामिल करके आप नेचुरल और सुरक्षित तरीके से स्वास्थ्य सुधार सकते हैं।
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