तेहरान: अमेरिका के साथ चल रही परमाणु वार्ता के बीच ईरान की ओर से अहम बयान आया है। ईरान ने कहा कि अगर उसकी मांगों को मानते हुए डील होती है तो वह संयुक्त राष्ट्र के न्यूक्लिर वॉचडॉग और अमेरिकी निरीक्षकों को अपनी परमाणु सुविधाओं का निरीक्षण करने की अनुमति देने पर विचार करेगा। यानी टीमें आकर खुद ये देख सकती हैं कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है या नहीं। ईरान की ओर से ये बयान ऐसे समय आया है, जब उसकी अमेरिका से बीते कुछ हफ्तों में परमाणु प्रोग्राम के मुद्दे पर पांच दौर की वार्ता हो चुकी है। 2018 में डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान अमेरिका के 2015 के परमाणु समझौते से हटने के बाद से दोनों देशों में यह पहला उच्चतम-स्तरीय संपर्क है। ईरान पर अमेरिका और पश्चिमी देश परमाणु हथियार विकसित करने का आरोप लगाते रहे हैं। वहीं तेहरान ने आरोपों को नकारते हुए कहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम नागरिक उद्देश्यों के लिए है। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख मोहम्मद इस्लामी ने बुधवार को कहा कि हम अमेरिकी निरीक्षकों को स्वीकार करने पर पुनर्विचार करेंगे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के माध्यम से निरीक्षकों को स्वीकारने का संकेत दिया है। इस्लामी ने यह भी कहा कि ईरान के यूरेनियम संवर्धन का मुद्दा वार्ता में नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि ज्यादा समृद्ध यूरेनियम का उत्पादन होता है, तो इसका मतलब जरूरी नहीं कि सैन्य उपयोग हो। ईरान-अमेरिका में जल्द हो सकती है डीलईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा है कि नए दौर की बातचीत की तारीख अगले कुछ दिनों में सामने आ जाएगी। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बताया है कि ईरान के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम को लेकर तेहरान और अमेरिका के बीच अभी कोई फैसला नहीं हुआ है लेकिन वार्ता अच्छी दिशा में जा रही है। उन्होंने उम्मीद जताई की इसका अच्छा नतीजा निकल सकता है। ग्रॉसी ने कहा कि वह ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची और पश्चिम एशिया में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ से बात कर रहे हैं। अभी बैठकें अच्छी चल रही हैं। ग्रॉसी ने कहा, 'दोनों ओर से किसी समझौते पर पहुंचने की इच्छा का संकेत मिला है। मुझे लगता है कि यह अपने आप में संभव है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। अच्छी बातचीत के बावजूद अभी कुछ पुख्ता कहना मुश्किल है कि समझौता होगा या नहीं।' अब तक पांच दौर की बातचीतईरान और अमेरिका में मस्कट, ओमान और रोम में ओमानी विदेश मंत्री बद्र अल बुसैदी की मध्यस्थता में पांच दौर की वार्ता हुई है। छठे दौर की वार्ता की तारीख अभी तय नहीं है। इस पूरी कवायद का मकसद ईरान के परमाणु कार्यक्रम को सीमित करना है, जिसके बदले में अमेरिका की ओर से तेहरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाया जा सकता है। इससे दोनों देशों के बीच दशकों से चली आ रही तनातनी भी कम सकती है।
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