Part Time Job Disadvantage: यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करना महंगा होता है, अगर आप किसी दूसरे देश में जाकर पढ़ रहे हैं तो खर्च और भी ज्यादा बढ़ जाता है। दुनियाभर में रहने-खाने का खर्च भी तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हुए पार्ट-टाइम जॉब करना एक अच्छा ऑप्शन नजर आता है। छात्रों को अपने खर्चे निकालने, ट्यूशन फीस भरने या कुछ एक्स्ट्रा पैसे के लिए काम करने की जरूरत पड़ती है। अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक जैसे देशों में पार्ट-टाइम जॉब की इजाजत है। हालांकि, हर देश में पार्ट-टाइम जॉब करने की अवधि तय है। जैसे अमेरिका में विदेशी छात्र हर हफ्ते 20 घंटे से ज्यादा पार्ट-टाइम जॉब नहीं कर सकते हैं। कनाडा में ये अवधि 24 घंटे प्रति सप्ताह है। भले ही नौकरी करने की कोई भी वजह हो, लेकिन इसकी वजह से आपको फायदा जरूर मिलता है। ना सिर्फ आप अच्छे पैसे कमा पाते हैं, बल्कि नेटवर्किंग का भी ऑप्शन मिलता है। मगर इसका नुकसान भी है, जैसे बहुत से स्टूडेंट्स पार्ट-टाइम जॉब की वजह से अपनी पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पाते हैं। पार्ट-टाइम जॉब के फायदे पैसा कमाने का मौका: पार्ट-टाइम नौकरी करने का सबसे बड़ा फायदा तो यही है कि आपके पास एक्स्ट्रा पैसे होंगे। आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है कि स्टूडेंट्स के लिए अपने खर्चे चलाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में पार्ट-टाइम जॉब आपको आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करा सकती है। पार्ट-टाइम जॉब से आप घूमने जा सकते हैं, अपने लिए कुछ खरीद सकते हैं या भविष्य के लिए पैसे बचा सकते हैं। CV को बेहतर बनाना: यूनिवर्सिटी में पार्ट-टाइम जॉब करने से आपको वर्क एक्सपीरियंस मिलता है। इससे आपकी CV बेहतर बनती है और आपको नौकरी मिलने में आसानी होती है। आप टीम में काम करना, बात करना और प्रॉब्लम सॉल्व करना सीखते हैं। ये सब चीजें आपको नौकरी के लिए एक अच्छा उम्मीदवार बनाती हैं। पार्ट-टाइम जॉब से आपको कमाई के साथ वर्क एक्सपीरियंस मिलता है। नए दोस्त बनाने का ऑप्शन: दुनिया के किसी दूसरे हिस्से में पढ़ने जाने पर अपने घर-परिवार से दूर होना पड़ता है। पार्ट-टाइम जॉब आपको नए लोगों से मिलने का मौका देती है। इससे आप नए दोस्त बना सकते हैं, अलग-अलग संस्कृतियों के बारे में जान सकते हैं और यूनिवर्सिटी के बाहर भी अपना नेटवर्क बना सकते हैं। नेटवर्किंग का मौका: पार्ट-टाइम नौकरी करने से आप सिर्फ दोस्त ही नहीं बनाते, बल्कि ऐसे लोगों से भी मिल सकते हैं जो आपको सलाह और मदद दे सकते हैं। आप अपना प्रोफेशनल नेटवर्क बना सकते हैं। इससे आपको इंटर्नशिप, मेंटरशिप और नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। ज्यादा कॉन्फिडेंट बनना: पार्ट-टाइम नौकरी करने के लिए आपको टाइम मैनेजमेंट और ऑर्गनाइजेशनल स्किल्स की जरूरत होती है। काम और पढ़ाई को एक साथ करने के लिए आपको अपनी जिम्मेदारियों को प्राथमिकता देना और अपने समय का सही इस्तेमाल करना सीखना होगा। जब आप काम और पढ़ाई को सफलतापूर्वक बैलेंस कर पाएंगे, तो आपको बहुत अच्छा लगेगा। पार्ट-टाइम जॉब के नुकसान स्ट्रेस लेवल बढ़ना: पार्ट-टाइम नौकरी करने से आपकी जिंदगी में तनाव बढ़ सकता है। काम, पढ़ाई और एग्जाम को एक साथ मैनेज करना मुश्किल हो सकता है। लेकिन आप टाइम मैनेजमेंट सीखकर अपने स्ट्रेस लेवल को कम कर सकते हैं। सोशल लाइफ के लिए कम समय: कई पार्ट-टाइम नौकरियों में अजीब समय पर काम करना पड़ता है। इससे आपकी यूनिवर्सिटी लाइफ प्रभावित हो सकती है। आपके पास कैंपस में होने वाली एक्टिविटीज में भाग लेने या दोस्त बनाने के लिए ज्यादा समय नहीं होगा। पढ़ाई का बाधित होना: कई बार ऐसा भी होता है कि पार्ट-टाइम जॉब्स की टाइमिंग रात में होती है, जिस वजह से बहुत से छात्र दिन में क्लास नहीं अटेंड कर पाते हैं। ऐसा होने पर उनकी पढ़ाई बाधित होने लगती है।
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