बैंकॉक/नोम पेन्ह: थाईलैंड और कंबोडिया... एशिया के ये दोनों ही देश भगवान बुद्ध को मानते हैं। बौद्ध धर्म में आस्था रखते हैं, लेकिन अहिंसा परमो धर्म: के रास्ते से भटककर युद्ध के मैदान में उतर आए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड और कंबोडिया के सैनिकों के बीच भीषण गोलीबारी हो रही है। वहीं थाईलैंड ने एफ-16 ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर भीषण बमबारी की है। थाईलैंड ने दावा किया है कि उसके एफ-16 विमान कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पक हमला करने के बाद वापस लौट आए हैं। थाईलैंड ने कहा था कि कंबोडिया की तरफ से रॉकेट हमले के बाद एफ-16 विमानों को हमला करने के लिए भेजा गया था। थाईलैंड ने कंबोडिया में सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए 6 F-16 जेट इस्तेमाल करने की बात कही है। हालांकि हम किसी दावे की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। थाईलैंड की सेना ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि "कंबोडियाई बटालियनों पर बम गिराने के बाद सभी थाई F-16 सुरक्षित और सही-सलामत घर लौट आए हैं।"
दूसरी तरफ कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय ने थाईलैंड पर अत्यधिक बल प्रयोग करने का आरोप लगाया है। कंबोडिया ने थाईलैंड को "क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा" बताया है। गार्जियन की रिपोर्ट में कहा गया है कि थाईलैंड ने कंबोडिया के सांस्कृतिक क्षेत्र Ta Muen Thom और Preah Vihear पर भीषण हमले किए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स और AFP की रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड की वायुसेना ने F‑16 फाइटर जेट से कंबोडियाई सेना के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किए हैं, जिसमें कम से कम एक सैन्य लक्ष्य नष्ट हुआ है।
थाईलैंड और कंबोडिया में क्यों हो रहा है युद्ध?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स और AFP की रिपोर्ट में कहा गया है कि संघर्ष की शुरूआत कंबोडिया के Ta Moan Thom से हुई है, जब कंबोडियाई सैनिकों ने थाईलैंड में सैनिकों के ठिकानों पर भारी हथियारों से बमबारी शुरू कर दी थी, जिसके बाद थाईलैंड की सेना ने एयरस्ट्राइक शुरू कर दिए। थाईलैंड के हमलों को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्र से लोगों को पलायन शुरू हो गया है। थाईलैंड ने सीमा के पास स्थिति 86 गावों को खाली करवा लिया है और 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। समाचार एजेंसियों के मुताबिक इस संघर्ष में दोनों तरफ से सैनिकों के घायल होने की रिपोर्ट है। थाईलैंड ने कंबोडिया की गोलीबारी में अपने 9 नागरिकों के मारे जाने का दावा किया है।
थाईलैंड बनाम कंबोडिया, किसके पास कितनी सैन्य क्षमता?
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सैन्य शक्ति की तुलना करें तो थाईलैंड के मुकाबले कंबोडिया काफी कमजोर है। ग्लोबल फायरपावर-2025 की रिपोर्ट के मुताबिक :-
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच अगर नौसैनिक क्षमता की बात करें तो थाईलैंड के पास एक हेलीकॉप्टर कैरियर है। दोनों में किसी के पास भी एयरक्राफ्ट कैरियर या विनाशक युद्धपोत या पनडुब्बियां नहीं हैं। थाईलैंड के पास सात फ्रिगेट्स हैं। जबकि कंबोडिया के पास एक भी समुद्री युद्धक जहाज नहीं है। थाईलैंड की सेना, कंबोडिया के मुकाबले ज्यादा प्रशिक्षित होने के साथ साथ ज्यादा सैन्य शक्ति से सुसज्जित हैं। थाईलैंड की सेना कंबोडिया के मुकाबले काफी एडवांस है और पिछले दिनों थाईलैंड की सेना ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर की काफी स्टडी की थी और भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और एयरबेस पर कैसे हमले किए थे, इसकी स्टडी की थी।
दूसरी तरफ कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय ने थाईलैंड पर अत्यधिक बल प्रयोग करने का आरोप लगाया है। कंबोडिया ने थाईलैंड को "क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए एक गंभीर खतरा" बताया है। गार्जियन की रिपोर्ट में कहा गया है कि थाईलैंड ने कंबोडिया के सांस्कृतिक क्षेत्र Ta Muen Thom और Preah Vihear पर भीषण हमले किए हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स और AFP की रिपोर्ट के मुताबिक थाईलैंड की वायुसेना ने F‑16 फाइटर जेट से कंबोडियाई सेना के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किए हैं, जिसमें कम से कम एक सैन्य लक्ष्य नष्ट हुआ है।
थाईलैंड और कंबोडिया में क्यों हो रहा है युद्ध?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स और AFP की रिपोर्ट में कहा गया है कि संघर्ष की शुरूआत कंबोडिया के Ta Moan Thom से हुई है, जब कंबोडियाई सैनिकों ने थाईलैंड में सैनिकों के ठिकानों पर भारी हथियारों से बमबारी शुरू कर दी थी, जिसके बाद थाईलैंड की सेना ने एयरस्ट्राइक शुरू कर दिए। थाईलैंड के हमलों को देखते हुए सीमावर्ती क्षेत्र से लोगों को पलायन शुरू हो गया है। थाईलैंड ने सीमा के पास स्थिति 86 गावों को खाली करवा लिया है और 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है। समाचार एजेंसियों के मुताबिक इस संघर्ष में दोनों तरफ से सैनिकों के घायल होने की रिपोर्ट है। थाईलैंड ने कंबोडिया की गोलीबारी में अपने 9 नागरिकों के मारे जाने का दावा किया है।
थाईलैंड बनाम कंबोडिया, किसके पास कितनी सैन्य क्षमता?
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सैन्य शक्ति की तुलना करें तो थाईलैंड के मुकाबले कंबोडिया काफी कमजोर है। ग्लोबल फायरपावर-2025 की रिपोर्ट के मुताबिक :-
- सैन्य शक्ति को लेकर थाईलैंड की ग्लोबल रैंकिंग-25 है।
- सैन्य शक्ति के मामले में कंबोडिया 95वें स्थान पर है।
- थाईलैंड के पास लगभग 3 लाख 60 हजार एक्टिव सैनिक हैं।
- जिनमें से 1.6 लाख थलसेना, 4,600 नौसेना और 4,200 वायुसेना में हैं।
- थाईलैंड के पास 2 लाख रिजर्व सैनिक भी हैं।
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच अगर नौसैनिक क्षमता की बात करें तो थाईलैंड के पास एक हेलीकॉप्टर कैरियर है। दोनों में किसी के पास भी एयरक्राफ्ट कैरियर या विनाशक युद्धपोत या पनडुब्बियां नहीं हैं। थाईलैंड के पास सात फ्रिगेट्स हैं। जबकि कंबोडिया के पास एक भी समुद्री युद्धक जहाज नहीं है। थाईलैंड की सेना, कंबोडिया के मुकाबले ज्यादा प्रशिक्षित होने के साथ साथ ज्यादा सैन्य शक्ति से सुसज्जित हैं। थाईलैंड की सेना कंबोडिया के मुकाबले काफी एडवांस है और पिछले दिनों थाईलैंड की सेना ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर की काफी स्टडी की थी और भारत ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और एयरबेस पर कैसे हमले किए थे, इसकी स्टडी की थी।
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