कोलकाता : पश्चिम बंगाल के चंदीतला जंगलपारा गांव में एक एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां भी इंदौर की सोनम और मेरठ की मुस्कान की तरह ही एक पत्नी ने अपने पति की हत्या कर दी। उसने ऐसा अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए की। मामला डेढ़ महीने बाद खुला और पुलिस ने पति की लाश बरामद की। यह शव पत्नी ने अपने घरवालों के साथ मिलकर 7 फुट गहरे गड्ढे में दफना दिया था।
रॉबिन रुइदास नाम का एक व्यक्ति 40 दिन पहले लापता हो गया था। पुलिस के अनुसार, रॉबिन का शव उसके ससुराल के घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर मिला। यह मुर्शिदाबाद जिले के जांगीपारा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के राधानागर गांव में एक ट्यूबवेल के पास दफनाया गया था।
रस्सी से घोंटा था गलापुलिस ने बताया कि अपर्णा रुइदास से लंबी पूछताछ के बाद अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसे और रॉबिन के शव को ठिकाने लगाने में उसका साथ देने वाले सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बकरी बांधने वाली वह रस्सी भी बरामद कर ली है जिससे उसने रॉबिन का गली घोंटा था।
भाभी ने लगाया अफेयर का आरोपरॉबिन की भाभी शिखा रुइदास ने बताया कि अपर्णा का किसी और के साथ अफेयर था। इस बात को लेकर रॉबिन से उसका झगड़ा होता था। वह बच्चों के लिए अपर्णा को तलाक नहीं देना चाहता था। वह अपर्णा को भी बहुत प्यार करता था। उसे लगता था कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा। वह अपर्णा की हर ख्वाहिश पूरी करता था लेकिन वह उसे खुश नहीं कर पाया। अपर्णा अपने मायके चली गई। रॉबिन सबकुछ भूलकर उसे वापस लाने की कोशिश में लगा था। वह उससे मिलने के लिए ससुराल जाता था।
दो दिन बाद घरवालों ने गुमशुदगी दर्ज कराईपुलिस के मुताबिक, यह घटना 11 मई को अपर्णा के माता-पिता के घर पर हुई। रॉबिन अपनी पत्नी और दो बच्चों से मिलने वहां गया था। जब रात तक वह वापस नहीं लौटा तो घरवालों को चिंता हुई। हालांकि उन्हें लगा कि वह अपनी ससुराल में रुक गया होगा। अगले दिन रात तक भी रॉबिन नहीं लौटा तो घरवालों ने उसे कॉल की। उसका फोन बंद था, उन्होंने अपर्णा को कॉल की तो उसने कहा कि रॉबिन रुइदास उससे मिलने नहीं आया। रॉबिन कहां है, वह नहीं जानती।
अनजान नंबर ने खोला राजजब रॉबिन का कुछ पता नहीं चला तो घरवालों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 13 मई को दर्ज कराई गई थी। पुलिस रॉबिन का कुछ पता नहीं लगा पाई। हालांकि 22 जून को रॉबिन के बड़े भाई, बबलू रुइदास को एक अनजान नंबर से फोन आया। उसने कहा कि अपर्णा ने रॉबिन की हत्या करके लाश दफना दी है।
ऐसे खुला हत्या का राजबबलू ने जांगीपारा पुलिस में एक विस्तृत शिकायत दर्ज कराई। बबलू ने अपर्णा पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद, अपर्णा और अन्य आरोपियों को पूछताछ के लिए लाया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अपर्णा रुइदास, उसके पिता जयदेब, भाई अभिजीत और बहनोई प्रदीप पात्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले उन्होंने पुलिस को बरगलाया लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद वे टूट गए।
चारों को सेरामपुर सब-डिविजनल कोर्ट में पेश किया गया और उन्हें चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि शव निकालने के लिए 7 फुट गहरा गड्डा खोदना पड़ा।
रॉबिन रुइदास नाम का एक व्यक्ति 40 दिन पहले लापता हो गया था। पुलिस के अनुसार, रॉबिन का शव उसके ससुराल के घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर मिला। यह मुर्शिदाबाद जिले के जांगीपारा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के राधानागर गांव में एक ट्यूबवेल के पास दफनाया गया था।
रस्सी से घोंटा था गलापुलिस ने बताया कि अपर्णा रुइदास से लंबी पूछताछ के बाद अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसे और रॉबिन के शव को ठिकाने लगाने में उसका साथ देने वाले सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बकरी बांधने वाली वह रस्सी भी बरामद कर ली है जिससे उसने रॉबिन का गली घोंटा था।
भाभी ने लगाया अफेयर का आरोपरॉबिन की भाभी शिखा रुइदास ने बताया कि अपर्णा का किसी और के साथ अफेयर था। इस बात को लेकर रॉबिन से उसका झगड़ा होता था। वह बच्चों के लिए अपर्णा को तलाक नहीं देना चाहता था। वह अपर्णा को भी बहुत प्यार करता था। उसे लगता था कि एक दिन सब ठीक हो जाएगा। वह अपर्णा की हर ख्वाहिश पूरी करता था लेकिन वह उसे खुश नहीं कर पाया। अपर्णा अपने मायके चली गई। रॉबिन सबकुछ भूलकर उसे वापस लाने की कोशिश में लगा था। वह उससे मिलने के लिए ससुराल जाता था।
दो दिन बाद घरवालों ने गुमशुदगी दर्ज कराईपुलिस के मुताबिक, यह घटना 11 मई को अपर्णा के माता-पिता के घर पर हुई। रॉबिन अपनी पत्नी और दो बच्चों से मिलने वहां गया था। जब रात तक वह वापस नहीं लौटा तो घरवालों को चिंता हुई। हालांकि उन्हें लगा कि वह अपनी ससुराल में रुक गया होगा। अगले दिन रात तक भी रॉबिन नहीं लौटा तो घरवालों ने उसे कॉल की। उसका फोन बंद था, उन्होंने अपर्णा को कॉल की तो उसने कहा कि रॉबिन रुइदास उससे मिलने नहीं आया। रॉबिन कहां है, वह नहीं जानती।
अनजान नंबर ने खोला राजजब रॉबिन का कुछ पता नहीं चला तो घरवालों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 13 मई को दर्ज कराई गई थी। पुलिस रॉबिन का कुछ पता नहीं लगा पाई। हालांकि 22 जून को रॉबिन के बड़े भाई, बबलू रुइदास को एक अनजान नंबर से फोन आया। उसने कहा कि अपर्णा ने रॉबिन की हत्या करके लाश दफना दी है।
ऐसे खुला हत्या का राजबबलू ने जांगीपारा पुलिस में एक विस्तृत शिकायत दर्ज कराई। बबलू ने अपर्णा पर अपने भाई की हत्या का आरोप लगाया। इसके बाद, अपर्णा और अन्य आरोपियों को पूछताछ के लिए लाया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने अपर्णा रुइदास, उसके पिता जयदेब, भाई अभिजीत और बहनोई प्रदीप पात्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले उन्होंने पुलिस को बरगलाया लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद वे टूट गए।
चारों को सेरामपुर सब-डिविजनल कोर्ट में पेश किया गया और उन्हें चार दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि शव निकालने के लिए 7 फुट गहरा गड्डा खोदना पड़ा।
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