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Mega EV Hub in Neemrana Rajasthan : 3500 एकड़ जमीन पर बनेगा औद्योगिक स्वर्ग, क्या होगा किसानों का अगला कदम

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Mega EV Hub in Neemrana Rajasthan : 3500 एकड़ जमीन पर बनेगा औद्योगिक स्वर्ग, क्या होगा किसानों का अगला कदम

News India Live, Digital Desk: Mega EV Hub in Neemrana Rajasthan : राजस्थान के अलवर जिले के नीमराना में एक नए और बड़े औद्योगिक हब की स्थापना होने जा रही है। 3500 एकड़ में फैलने वाली यह महत्वाकांक्षी परियोजना राज्य की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने और हजारों युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखती है। राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास और निवेश निगम (RIICO) द्वारा इस हब को विकसित किया जाएगा, जो मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माण, बैटरी और सेमीकंडक्टर जैसे भविष्य के उद्योगों पर केंद्रित होगा।

बड़ा निवेश और लाखों नौकरियां:
इस औद्योगिक हब में करीब 30,000 करोड़ रुपये का विशाल निवेश आने की उम्मीद है, जिससे 1 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह न केवल स्थानीय युवाओं के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए आर्थिक समृद्धि का मार्ग खोलेगा।

ज़मीन अधिग्रहण की चुनौती और नई रणनीति:
हालांकि, इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लेकर एक बड़ी चुनौती भी है – किसानों से ज़मीन का अधिग्रहण। अतीत में भी इस क्षेत्र में, खासकर खुशखेड़ा-भिवाड़ी और कोटकासिम जैसे औद्योगिक हब के आसपास, ज़मीन अधिग्रहण को लेकर विवाद रहे हैं। 2013-14 में नीमराना में एक सिरेमिक ज़ोन बनाने के लिए 400 एकड़ ज़मीन अधिग्रहीत करने का प्रयास किया गया था, लेकिन वह किसानों के भारी विरोध के कारण सफल नहीं हो पाया।

इस बार, राज्य सरकार और RIICO ने एक नई रणनीति अपनाई है। ज़मीन अधिग्रहण के लिए सीधे किसानों के साथ आपसी सहमति (mutual consent) बनाने और उन्हें बाज़ार दरों से बेहतर मुआवजा (fair compensation) देने पर ज़ोर दिया जा रहा है। स्थानीय समुदायों को प्रक्रिया में शामिल करने के लिए ‘भूमि उपयोग सलाहकार समिति’ (Land Use Advisory Committee – LUAC) जैसी कमेटियाँ बनाई जा रही हैं, जिनमें किसानों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। यह उम्मीद की जा रही है कि पारदर्शी बातचीत और निष्पक्ष मुआवजा किसानों के विरोध को कम करने में मदद करेगा और अधिग्रहण प्रक्रिया को सुचारू बनाएगा।

किसानों को क्या मिलेगा?
RIICO के अधिकारियों का कहना है कि किसानों को केवल मौजूदा बाज़ार दरों के हिसाब से ही नहीं, बल्कि सरकार की योजनाओं के अनुसार उचित दरों पर मुआवजा दिया जाएगा, जो संभवतः मौजूदा दर से अधिक होगा। साथ ही, इस हब के विकसित होने से आस-पास के क्षेत्रों में भी आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, जिससे स्थानीय लोगों को अन्य व्यापार और रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह किसानों की आने वाली पीढ़ियों के लिए भी अवसर पैदा करेगा।

यह परियोजना राजस्थान के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित हो सकती है, यदि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को कुशलता और न्यायपूर्ण तरीके से संभाला जाए। यह नीमराना को भारत के एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा, खासकर ग्रीन एनर्जी और उच्च तकनीक के क्षेत्रों में।

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