उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में सोमवार को पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली, जब चौक कोतवाली क्षेत्र में नकली नोट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। इस गिरोह का मास्टरमाइंड कोई आम अपराधी नहीं, बल्कि एक पेशेवर पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर निकला। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर घेराबंदी कर गिरोह के सरगना डॉ. नफीस अहमद समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से ₹4.61 लाख के नकली नोट बरामद किए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, डॉ. नफीस अहमद नकली नोटों की छपाई का पूरा सेटअप कार में लेकर शाहजहांपुर आया था। वह यहां किराए पर मकान लेकर इस गैरकानूनी धंधे को आगे बढ़ाने की फिराक में था। लेकिन पुलिस को इसकी भनक पहले ही लग गई और कार्रवाई करते हुए आरोपियों को रंगे हाथों धर दबोचा गया।
पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से हाई-क्वालिटी प्रिंटर, स्कैनर, स्पेशल इंक, कागज और अन्य उपकरण भी बरामद किए गए हैं, जिनकी मदद से नकली नोट तैयार किए जा रहे थे। बरामद नकली नोटों में ₹500 और ₹200 के नोट प्रमुख रूप से शामिल हैं, जो असली जैसे दिखते हैं और पहली नजर में पहचानना मुश्किल है।
प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह नकली नोट तैयार कर उन्हें छोटे दुकानदारों और ग्रामीण इलाकों में खपाने का काम करता था। डॉ. नफीस ने अपने पेशे का इस्तेमाल कर लोगों का भरोसा जीतने और अपनी पहचान छुपाए रखने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
गिरफ्तार किए गए अन्य दो आरोपी भी इस गिरोह से लंबे समय से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। पुलिस अब इस नेटवर्क के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है और यह जांच की जा रही है कि नकली नोटों का यह जाल कितने राज्यों तक फैला है।
इस घटना से एक बार फिर यह साफ हो गया है कि अपराधी किस तरह पेशेवर चेहरों की आड़ में कानून को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन शाहजहांपुर पुलिस की तत्परता और सतर्कता से एक बड़े फर्जीवाड़े का समय रहते खुलासा हो गया।
पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए खुफिया एजेंसियां भी इस गिरोह से जुड़े नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिले में नकली नोटों को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत एक बार फिर महसूस की जा रही है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि इस तरह की घटनाओं पर समय रहते रोक लगाई जा सके।
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