इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस को अब तक 99% ऐसे अहम सुराग हाथ लग गए हैं, जो इस पूरे मामले में शामिल सभी आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पर्याप्त हैं। बुधवार को पुलिस ने इस जघन्य अपराध से जुड़े दो मुख्य आरोपियों — प्रॉपर्टी ब्रोकर शीलोम जेम्स और लोकेंद्र सिंह तोमर — से गहन पूछताछ कर कई अहम सबूत बरामद किए। इन सबूतों में शामिल है सोनम रघुवंशी का लैपटॉप, हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल और 5 लाख रुपये कैश से भरा एक काला बैग। फिलहाल, इस केस में कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले का सबसे बड़ा रहस्योद्घाटन यह है कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड सोनम का बॉयफ्रेंड राज कुशवाह है, जिसने इस खौफनाक साजिश की पूरी रूपरेखा तैयार की थी। सोनम ने भी उसके इस कांड में पूरा साथ दिया और दोनों ने मिलकर राजा रघुवंशी की हत्या की योजना बनाई। इस मामले के एक अन्य आरोपी विशाल उर्फ विक्की ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि उसने इंदौर में सोनम के ठिकाने तक एक काला बैग पहुंचाया था। इस बैग में 5 लाख रुपये नकद, गहने, कपड़े और एक देसी पिस्तौल शामिल थी। पुलिस का मानना है कि यह पिस्तौल हत्या की योजना का प्लान-बी था, जिसे सोनम ने बड़े ही शातिराना अंदाज में तैयार किया था।
शीलोम जेम्स ने मिटाने की कोशिश की सबूतप्रॉपर्टी ब्रोकर शीलोम जेम्स इस हत्याकांड में गहराई से लिप्त पाया गया है। पहले ही वह सबूत मिटाने के आरोप में पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। सीसीटीवी फुटेज में शीलोम को एक काला बैग लेकर फ्लैट से बाहर आते और उसे कार में रखते हुए देखा गया था। पुलिस के अनुसार, इस बैग में हत्या से जुड़े अहम सबूत थे, जिन्हें शीलोम ने किसी तरह ठिकाने लगाने की कोशिश की।
हीराबाग फ्लैट था साजिश का अड्डापुलिस ने सोनम के ठिकाने, हीराबाग के एक फ्लैट पर छापा मारा था, लेकिन उस समय बैग वहां नहीं मिला। आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच से शीलोम के सच का पर्दाफाश हुआ। इस फ्लैट के मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर भी अब पुलिस की रडार पर हैं और उनसे पूछताछ जारी है। यह फ्लैट हत्याकांड की साजिश का मुख्य केंद्र माना जा रहा है, जहां हत्या की योजना को अंजाम दिया गया।
मेघालय पुलिस की गहन जांचइंदौर पुलिस के साथ-साथ मेघालय पुलिस भी इस मामले में गहन जांच कर रही है। सोनम के गाजियाबाद में पकड़े जाने से पहले वह इंदौर में छुपी हुई थी। मेघालय पुलिस इस साजिश के हर पहलू की तह तक जाकर जांच कर रही है ताकि कोई भी सबूत छूट न जाए। पुलिस की सक्रियता ने इस मामले को और अधिक पेचीदा और रोचक बना दिया है। यह हत्याकांड केवल एक शादीशुदा जोड़े के बीच का विवाद नहीं है, बल्कि पैसे, धोखे, साजिश और छल का खतरनाक कॉकटेल है।
क्या है आगे?हर नए खुलासे के साथ यह मामला और रहस्यमयी होता जा रहा है, लेकिन जितने भी सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं, वे आरोपियों को आसानी से सजा दिलाने के लिए काफी हैं। पुलिस ने मामले को पूरी गंभीरता से लिया है और न्याय के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। आने वाले दिनों में इस मामले के और भी महत्वपूर्ण तथ्य उजागर हो सकते हैं, जो इस जघन्य हत्याकांड की गुत्थी को पूरी तरह सुलझा देंगे।
इंदौर के इस हत्याकांड ने समाज में एक बार फिर से सुरक्षा, विश्वास और परिवार के बीच के रिश्तों की जटिलताओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना बताती है कि कैसे पैसा और स्वार्थ इंसान को अपराध की ओर ले जाता है और रिश्तों को तोड़ देता है। पुलिस की कार्रवाई और अदालत का फैसला इस बात का आधार होगा कि इस तरह के अपराधों पर कितना सख्त संदेश दिया जा सकता है।
अंत में कहा जा सकता है कि राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच में अब तक की पुलिस सफलता इस बात का सबूत है कि न्याय प्रणाली अपराधियों को पकड़ने और सजा दिलाने में सक्षम है। इस केस में पकड़े गए सभी आरोपी जल्द ही कड़ी सजा भुगतेंगे और यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी भी होगी कि अपराधों को अंजाम देना इतना आसान नहीं है।
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