रांची, 27 जून (Udaipur Kiran) । दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया, रांची शाखा की ओर से शुक्रवार को अंतराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस के अवसर पर आईसीइआई भवन में एमएसएमई महोत्सव का आयोजन किया गया। इस महोत्सव में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, सिडबी, जिला उद्योग निगम, पैरागन फाइनेंस (नॉन-बैंकिंग), सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, एमएसएमई डेवलपमेंट एंड फैसिलिटीज सेंटर और व्यापर सॉफ्टवेयर की ओर से हेल्प डेस्क स्थापित करके व्यापारियों के लिए एमएसएमई का रजिस्ट्रेशन किया गया। साथ ही इसके लाभ, एमएसएमई को सरकार से मिल रही सब्सिडी और लाभ, बैंक और नॉन-बैंकिंग की ओर से वित्तीय फंडिंग के बारे में जानकारी दी गई।
इस महोत्सव में एमएसएमई विकास में सहयोगी के रूप में सीए के लिए अवसर विषय पर परिचर्चा का भी आयोजन किया गया।
परिचर्चा में इंस्टिट्यूट के रांची शाखा के अध्यक्ष सीए अभिषेक केडिया ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। इस क्षेत्र का जीडीपी में लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा है। एमएसएमई करीब 11 करोड़ लोगों को रोजगार देता है और यह क्षेत्र देश के निर्यात में भी लगभग 48 प्रतिशत योगदान करता है।
ग्रामीण इलाकों में आर्थिक विकास को बढ़ाने में एमएसएमई की भूमिका-
केडिया ने कहा कि ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में एमएसएमई की अहम भूमिका है। एमएसएमई क्षेत्र में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के लिए उपलबध अवसरों पर सीए राहुल झा ने विस्तार से जानकारी दिया।
सिडबी रांची के असिस्टेंट डायरेक्टर मुकुल एक्का ने बताया की सिडबी एमएसएमई को सस्ती ब्याज दरों पर ऋण, क्रेडिट गारंटी और वित्तीय सलाह जैसी सुविधाएं देता है। साथ ही यह स्टार्टअप्स और छोटे उद्योगों के लिए योजनाएं और तकनीकी सहयोग भी उपलब्ध कराता है।
एमएसएमई डेवलपमेंट एंड फैसिलिटीज सेंटर, रांची के असिस्टेंट डायरेक्टर सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि उनका सेंटर रांची के उद्यमियों की काउंसलिंग, तकनीकी प्रशिक्षण, गुणवत्ता सुधार, क्लस्टर डेवलपमेंट और एक्सपोर्ट प्रमोशन कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त बनाता है।
जिला उद्योग केंद्र, रांची के जनरल मैनेजर राजीव रंजन ने बताया कि जिला उद्योग केंद्र व्यवसाय शुरू करने और चलाने के लिए बिना गिरवी बैंकों और एनबीएफसी से आसान लोन, लो-इंटरेस्ट सपोर्ट एवं पीएमईजीपी, सीड मनी स्कीम, तथा अन्य योजनाओं के तहत सब्सिडी के माध्यम से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराता है।
इसके अलावा उद्योग पंजीकरण, लाइसेंस और एनओसी मंजूरी, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास, साधन-सुविधा अनुबंध, प्रोजेक्ट प्रोफाइलिंग, क्लस्टर विकास और उद्यमी जागरूकता शिविर जैसे सेवाओं के माध्यम से एमएसएमई के समर्थन और विकास में सक्रिय भूमिका निभाता है।
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के सीनियर रीजनल हेड
आरसी गोयल, पैरागन फाइनेंस लिमिटेड के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर रितेश गुप्ता ने भी एमएसएमई को बैंको और एनबीएफसी के माध्यम से मिलने वाली वित्तीय सुविधाओं की जानकारी दी।
रितिका कुमारी ने व्यापार सॉफ्टवेयर के माध्यम से छोटे और माध्यम व्यवसायियों को उनके हिसाब किताब में होने वाले आसानी के बारे में जानकारी दिया।
आईसीएआई रांची शाखा के उपाध्यक्ष सीए अनीश जैन, कोषाध्यक्ष सीए विवेक खोवाल, सीपीई कमिटी के अध्यक्ष सीए हरेन्दर भारती की महती भूमिका रही।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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