दुमका, 28 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ का विधिवत समापन मंगलवार को व्रतियों के पारण से हो गया. व्रतियों ने उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर सूर्यदेव से परिवार की सुख-शांति, आरोग्यता और समृद्धि की कामना की. मंगलवार की सुबह दुमका शहर के प्रमुख छठ घाट सहित ग्रामीण इलाकों के छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. सुबह होते ही घाटों पर उग हे सूरज देव… के गीतों की गूंज के साथ पूरा माहौल आस्था और भक्ति में डूब गया.
महिलाएं व्रत के चौथे दिन यानी उषा अर्घ्य के दौरान जल में खड़ी होकर सूर्य देव की आराधना करती नजर आईं. इससे पहले Monday की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए भी श्रद्धालुओं का सैलाब घाटों पर उमड़ पड़ा था. नगर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा और स्वच्छता की पुख्ता व्यवस्था की थी. जगह-जगह प्रशासनिक अधिकारी, एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद रही. घाटों पर रोशनी, बैरिकेडिंग और मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई थी, ताकि किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो. चार दिनों तक चले इस पर्व में नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और उषा अर्घ्य की परंपराओं को व्रतियों ने पूरे विधि-विधान और श्रद्धा के साथ निभाया. छठी मइया और सूर्य देवता की आराधना के साथ यह पर्व संपन्न हुआ. दुमका के विभिन्न घाटों पोखरा चौक बड़ा बांध, खूंटा बांध, रसिकपुर बड़ा बांध, लखीकुंडी घाट, पुसारो सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी उल्लास और भक्तिभाव के साथ छठ पूजा संपन्न हुआ.
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(Udaipur Kiran) / नीरज कुमार
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