रांची, 27 जून (Udaipur Kiran) । झारखंड में विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों से प्लस टू (11वीं-12वीं) की पढ़ाई समाप्त किए जाने के निर्णय के खिलाफ झारखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने विरोध जताया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने राज्य सरकार से इस निर्णय तत्काल वापस लेने और पूर्ववर्ती व्यवस्था बहाल करने की मांग की है।
अजय राय ने शुक्रवार को राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से अपील करते हुए कहा कि यह निर्णय छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि 64 इंटरमीडिएट काॅलेज बंद कर दिए गए। अब इन कॉलेजों के बच्चे कहां जायेंगे।
उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कॉलेजों में इंटरमीडिएट में एडमिशन लेना आफत का काम हो चुका है। ऐसे में राज्य सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है।
राय ने कहा कि इस वर्ष मैट्रिक पास करने वाले छात्रों के साथ-साथ वर्तमान में डिग्री कॉलेजों में 11वीं में नामांकित विद्यार्थियों का शैक्षणिक भविष्य अधर में लटक गया है। इससे छात्रों और अभिभावकों में गंभीर असमंजस और चिंता की स्थिति पैदा हो गई है।
उन्होंने कहा कि छात्रों को दोबारा री-एडमिशन या रजिस्ट्रेशन जैसी जटिल प्रक्रियाओं से न गुजरना पड़े, इसके लिए सरकार को स्पष्ट, सरल और प्रभावी दिशा-निर्देश तुरंत जारी करना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar