हरदा, 12 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के कृषि उपज मंडी सिराली अंतर्गत किसान ड्रा पुरस्कार योजना के तहत व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार होने का मामला प्रकाश में आया है। योजना के तहत दिये गए कृषि यंत्र के एवज में किसानों से आयकर की राशि तो वसूल की गई, किंतु मंडी अधिनियम का उल्लंघन करते हुए आयकर के रूप में वसूली गई राशि आज दिनांक तक जमा नहीं की गई है। मंडी अधिनियम का उल्लंघन करने के साथ-साथ आयकर विभाग को भी तत्कालीन मंडी सचिव रेशम मंडलोई द्वारा चूना लगाया गया है। जो कि गंभीर आर्थिक अनियमित्ता की श्रेणी में आता है। मंडी अभिलेखों की जांच की जाये तो इसका खुलासा हो जायेगा। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य रामनिवास खोरे ने आयकर के रूप में वसूल की गई राशि जमा नहीं करने का खुलासा करते हुए कृषि मंत्री मध्य प्रदेश शासन भोपाल से इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग की है।
मंडी अधिनियम का उल्लंघन –
किसान ड्रा पुरस्कार योजना के तहत कृषि उपज मंडी सिराली में वर्ष 2018-19 में सचिव द्वारा पद एवं अधिकार का दुरुपयोग करते हुए मंडी अधिनियम का उल्लंघन किया गया है। आयकर विभाग में किसान से वसूली गई राशि जमा नहीं करने गंभीर आर्थिक आनियमित्ता की है। इसकी जांच कार्यवाही में जवाबदेह जिम्मेदार अधिकारियों ने रुचि नहीं दिखाई जिसकी वजह से यह मामला 3-4 वर्षो से लंबित है।
नियम विरूद्ध तौल का विरोध करने पर एफ.आई.आर. दर्ज –
श्री खोरे ने बताया कि वर्ष 2018 में नियम विरुद्ध समर्थन मूल्य पर चना खरीदी में निर्धारित मात्रा से अधिक तौल का विरोध करने पर किसानों के खिलाफ एफ.आई.आर.दर्ज की गई है। सेवा सहकारी समिति और मंडी सचिव की सांठगांठ से किसानों के अधिकार का हनन करते हुए एफ.आई.आर.दर्ज करायी गई है। किसानों के विरोध करने पर तहसीलदार, कृषि विभाग, मंडी सचिव एवं अन्य किसानों की उपस्थिति में पंचनामा बनाया गया जिसमें अधिक मात्रा में तौल का प्रकरण पंजीवद्ध है। पंचनामा तौली हुई बोरियों की मात्रा आदि सभी दर्ज है। इसका प्रतिवेदन भी मंडी सचिव द्वारा अनुविभागीय अधिकारी खिड़किया को देते समय अधिक वजनीय बोरियों की रिपोर्ट को दर्शाया नहीं गया है। मंडी सचिव ने भ्रमक जानकारी देकर पंचनामा रिपोर्ट में जो तथ्य उभर कर सामने आये छिपाया गया। 2018 में 4250 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई पंचनामानुसार 6 किलोग्राम अधिक वसूला गया। उस वर्ष कुल खरीदी 50,990 क्विंटल की खरीदी की गई जिसका कुल मूल्य 21 करोड़ 67 लाख 11 हजार 707 रुपये है। 6 किलो अधिक तौलने से 305.940 क्विंटल चना किसानों से अधिक तौलाया गया जिसकी 4250 रूपये प्रति क्विंटल की दर से कीमत 1 करोड़ 30 लाख 2450 रुपये है। इसके साथ मंडी टैक्स की भी चोरी की गई है। जिसकी जांच की जाये तो चौंकाने वाला भ्रष्टाचार सामने आ जायेगा।
गौ संरक्षण संवर्धन निधी की राशि में गोलमाल –
गौ संरक्षण एवं संवर्धन, निधि से 5 प्रतिशत की राशि कहां खर्च हो रही है। यह जांच का विषय बन गया है। 2012-13 से 2021-22 के बीच हरदा, खिरकिया, टिमरनी और सिराली मंडी से कुल 6 करोड़ 4 लाख 75 हजार 488 रुपये जमा किये गये। यह राशि गौ वंशों के संरक्षण संवर्धन में खर्च होना चाहिए ऐसा नहीं किया गया। यदि यह राशि खर्च होती तो गौशालाओं की हालत इतनी दयनीय नहीं हो पाती। एक दशक के अंतराल में 5 प्रतिशत की राशि कहां-कहां खर्च की गई है। श्री खोरे द्वारा शिकायत कई दफे की गई फिर भी वास्तविकता की जांच पड़ताल कराकर दोषियों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है।
नियम विरुद्ध हो रहा खर्च – वाष्ट
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रांतीय महामंत्री रामजीवन वाष्ट का कहना है कि इसका ब्यौरा देखा जाय तो नियम विरुद्ध इधर-उधर खर्च होना दिखाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आ जायेगा। इस संबंध में पूर्व में कई दफे अवगत कराया फिर भी राशि की जानकारी का पता नहीं लगाया जा रहा है। गौशालाओं की स्थिति सबको पता है। सारे नियमों को ताक पर रखते हुए राशि का दुरुपयोग किया गया है।
अशोक कुमार डहेरिया, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), खिरकिया का कहना ही की किसान ड्रा पुरस्कार प्राप्त किसान से आयकर की वसूली गई राशि जमा नहीं करने का मामला आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है, इसकी जांच पड़ताल कराकर कार्यवाही की जायेगी।
(Udaipur Kiran) / Pramod Somani
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