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एक-एक प्रभावितों को राहत पंहुचाने तक क्षेत्र में ही जमे रहेंगे विभागीय अधिकारी: सविन बंशल

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-कार्लीगाड, मझेड़ा में बिजली, पानी, सड़क पुनर्निर्माण में तेजी लाने के निर्देश, डीएम निरंतर करेंगे मॉनिटिरिंग

-कार्लीगाड़, मझेड़ा के विस्थापन के वॉडिया संस्थान, आईआईटी रूड़की की विशेषज्ञ टीम करेगी उच्चस्तरीय सर्वे

देहरादून, 21 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Chief Minister निर्देश पर जिलाधिकारी सविन बंसल मंगलवार को आपदाग्रस्त क्षेत्र सेरागांव सहस्त्रधारा पहुंचे. उन्होंने आला अधिकारियों के संग पुनर्वास कार्यों के ग्राउंड जीरो पर समीक्षा की. आपदा में क्षतिग्रस्त विभिन्न विभागों की परियोजनाओं और सड़क आदि रेस्टोरेशन कार्य का फीडबैक लिया. उन्होंने कहा कि एक-एक प्रभावितों को राहत पहुंचाने तक विभागीय अधिकारी क्षेत्र में ही जमे रहेंगे.

इस दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित स्थानीय निवासियों, क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से विस्तारपूर्वक निर्माण कार्याें की स्थिति की जानकारी ली. साथ ही क्षेत्रवासियों की समस्याओं को सुनते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन कार्यों के आंगणन रह गए हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर लेटलांग लोकेशन के साथ एक सप्ताह के भीतर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को प्रस्तुत करें.

जिलाधिकारी ने कार्लीगाड, मझेड़ा में बिजली, पानी, सड़क पुनर्निर्माण में तेजी लाने के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सीएम के राज्य हित, आपदा न्यूनीकरण जिला प्रशासन के लिए सर्वाेपरि है.

जिलाधिकारी ने कार्लीगाड़, मजेड़ा के विस्थापन के लिए उच्चस्तरीय सर्वें कार्य वॉडिया संस्थान, आईआईटी रूड़की की विशेषज्ञ टीम से कराने के निर्देश दिए. साथ ही भविष्य में आपदा के संभावित बड़े कारण को सर्वेक्षण अनुमान निरीक्षण के पश्चात नदी, गाढ गदेरों के मलबा से लाखों टन मलबा के डीएम ने स्वीकृति आदेश दिए है.

मलगा निस्तारण के लिए लॉट चिन्हित किए गए है जिसके लिए आज विज्ञप्ति प्रकाशित करवाते हुए मानसून पूर्व मलबा निस्तारित किया जाएगा. प्रभावित परिवारों की ओर से मकान किराया बाजार दर पर दिए जाने की मांग पर जिलाधिकारी ने आवश्यक कार्यवाही के निर्देश अपर जिलाधिकारी को दिए है. जिलाधिकारी ने कहा कि Chief Minister की ओर से विगत दिवस आपदाग्रस्त क्षेत्र का भ्रमण दौरान युद्धस्तरपर जनजीवन सामान्य बनाने के निर्देश दिए गए है. जिसके लिए जिला प्रशासन पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध प्रत्येक कार्यों की उच्चस्तरीय मॉनिटिरिंग की जा रही है.

इस दौरान डीएम ने मौके पर पंचायत विभाग की ओर से निर्मित बाधित मोटर मार्ग सफाई कार्य मशीन की ओर से कराने के लिए लोनिवि को फंड स्वीकृत की गई है. साथ ही, पंचायत विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए आंतरिक पैदल रास्ते युद्धस्तर पर खोलने के निर्देश दिए है.

जिलाधिकारी ने कहा कि Chief Minister आपदा प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण कार्यों की स्वयं मॉनिटिरिंग कर रहे हैं. जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए आपदाग्रस्त क्षेत्र में जीवन पूर्णतः सामान्य होने तक विभागों के अधिकारी क्षेत्र में ही प्रवास करेंगे.

जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन की ओर से 4 हजार प्रतिमाह किराया दिया जा रहा है जिसे प्रभावितोें की ओर से बढाने की मांग की गई. इसके लिए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को तत्काल औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए बाजार दरों पर किराया राशि देने के निर्देश दिए. बताया गया कि मजाड़ा, कार्लीगाड, सहस्त्रधारा में ऐसे लगभग 5 ऐसे परिवार हैं जिनके मकान पूर्णतः अथवा बड़े स्तर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं अभी रहने योग्य नही है.

उन्होंने कहा कि कार्लीगाड, मजाड़ क्षेत्र के विस्थापन के लिए उच्च स्तरीय टीम द्वारा जीयोलाजिकल सर्वे कराया जाएगा जिसमें वाडिया इंस्टीट्यूट, आईआईटी रूड़की आदि विशेषज्ञों तकनीकि टीम से प्राप्त विशलेषण रिपोर्ट शासन को प्रेषित की जाएगी.

समीक्षा बैठक में अपर जिलाधिकारी के.के मिश्रा, उप जिलाधिकारी हरिगिरि, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज कुमार, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढौंडियाल, अधीक्षण अभियंता लोनिवि विभाग, पीएमजीएसवाई अधिकारी, जिला पंचायत सदस्य वीर सिंह चौहान, ग्राम प्रधान माजाड़ राकेश जवाड़ी, बसवाड़ संजय राणा, फुलैत जय किशन ममगांई सहित अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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