देहरादून, 23 जून (Udaipur Kiran) । प्रदेश कांग्रेस ने पंचायत चुनावों में भाजपा सरकार पर धांधली का आरोप लगाते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में गड़बड़ी के मामले में कांग्रेस पार्टी का राज्य सरकार पर हमला आज भी जारी रहा। पार्टी के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा व नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने आज 11:30 बजे रिंग रोड स्थित राज्य निर्वाचन आयोग पहुंच कर राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार से मिला।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश कांग्रेस सह प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना, विधायक विक्रम सिंह नेगी, विधायक लखपत बुटोला व महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला समेत बारह नेता सम्मिलित थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से कहा कि राज्य की सत्ताधारी भाजपा ने त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों के आरक्षण में जिला प्रशासन व पंचायती राज विभाग से बेइमानी करवाते हुए रोस्टर को शून्य कर दिया, जिससे पूरे राज्य में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व पिछड़े वर्गों सहित सामान्य वर्ग की सीटों का आरक्षण भी गड़बड़ा गया ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों का कार्यक्रम राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी कर दिया, किन्तु अभी तक लोगों को मतदाता सूचियों उपलब्ध नहीं करवाई गई।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि आरक्षण के अलावा सत्ताधारी दल ने वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने में गड़बड़ियां की हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऐसे लोगों को जो हाल ही में संपन्न हुए नगर निकाय चुनावों में नगरीय मतदाता के रूप में मतदान किया उनको अब ग्रामीण पंचायत चुनावों के लिए तैयार मतदाता सूचियों में मतदाता बना दिया। आर्य ने कहा ऐसे मतदाताओं को पंचायत चुनाव में मतदान करने व चुनाव लड़ने से निषेध करने के आदेश पीठासीन अधिकारियों को दिए जाएं।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकार ने आरक्षण की अंतरिम सूची के प्रकाशन में भी भारी गड़बड़ियां की। उन्होंने कहा कि पहले जिस तिथि पर आरक्षण का आदेश निकाला गया और उसमें आपत्तियां मांगी गईं, उसके विपरीत जिस आदेश पर आरक्षण की अंतिम सूची निकाली गई उस पर कोई आपत्ति ही आमंत्रित नहीं की गई।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि सत्ताधारी दल के लोग विरोधी दलों के प्रत्याशियों के नामांकन गलत तरीके से रद्द करवाने के लिए पीठासीन अधिकारियों पर अनुचित दबाव बनाते हैं जो निकाय चुनावों में भी देखा गया इसलिए राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से सभी पीठासीन अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए जाएं कि नामांकन प्रक्रिया निष्पक्ष व पारदर्शी हो और किसी भी सही नामांकन को किसी भी दबाव में रद्द नहीं किया जाए।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि राज्य निर्वाचन पंचायत चुनावों को पूरी निष्पक्षता व पारदर्शिता से करवाने के लिए कटिबद्ध है व इस संबंध में पहले ही सभी जिलाधिकारियों व चुनाव प्रक्रिया में लगे अधिकारियों को सख्त हिदायत दे चुका है। उन्हाेंने कहा कि आयोग ने मतदाता सूचियां वेबसाइट पर अपलोड कर दी हैं किन्तु यह सही है कि मतदाता सूचियों की हार्ड कॉपी उपलब्ध नहीं करवाई गई, उन्होंने कहा कि हार्ड कॉपी भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pokhriyal
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