द एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज (ऑस्कर) की सदस्यता मिलना किसी भी कलाकार के लिए गौरव की बात होती है। हाल ही में एकेडमी ने दुनिया भर से 534 प्रतिभाओं को सदस्य बनने का न्योता भेजा है। भारत की ओर से इस प्रतिष्ठित सूची में कई बड़े नाम शामिल हैं, जिनमें कमल हासन और आयुष्मान खुराना भी शामिल हैं। देखे पूरी सूची।
साउथ के दिग्गज अभिनेता कमल हासन और बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना को इस साल द एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज में सदस्य बनने का आमंत्रण मिला है। अब ये दोनों कलाकार ऑस्कर पुरस्कारों के लिए वोटिंग करने के पात्र होंगे, जो किसी भी कलाकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इनके अलावा इस प्रतिष्ठित सूची में कई और भारतीय नाम भी शामिल हैं, इन दोनों कलाकारों के अलावा कास्टिंग डायरेक्टर करण माली, सिनेमैटोग्राफर रणवीर दास, कॉस्ट्यूम डिजाइनर मैक्सिमा बसु, डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर स्मृति मुंदड़ा और ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ का निर्देशन कर दुनियाभर में वाहवाही लूट चुकीं पायल कपाड़िया को भी न्योता दिया गया है। द एकेडमी ने इस घोषणा को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के जरिए शेयर किया है।
इस साल ऑस्कर एकेडमी में कई नामचीन हॉलीवुड सितारों को भी पहली बार वोटिंग सदस्यता के लिए आमंत्रित किया गया है। कुल मिलाकर 534 नए लोगों को सदस्य बनने का न्योता भेजा गया है। इस प्रतिष्ठित सूची में गायिका एरियाना ग्रांडे, अभिनेता सेबेस्टियन स्टेन, जेरेमी स्ट्रॉन्ग, जेसन मोमोआ, और अभिनेत्रियां ऑब्रे प्लाजा तथा गिलियन एंडरसन जैसे बड़े नाम शामिल हैं। अगर ये सभी 534 आमंत्रित सदस्य सदस्यता स्वीकार कर लेते हैं, तो द एकेडमी के कुल सदस्य बढ़कर 11,120 हो जाएंगे। इनमें से 10,143 सदस्य ऑस्कर वोटिंग के पात्र होंगे, जो पुरस्कारों के फैसले में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।
ऑस्कर 2026 का आयोजन 15 मार्च को किया जाएगा। नामांकन के लिए वोटिंग प्रक्रिया 12 जनवरी से 16 जनवरी 2026 तक चलेगी, जबकि नामांकनों की आधिकारिक घोषणा 22 जनवरी को की जाएगी। इसके बाद 10 फरवरी को सभी नामांकित प्रतिभाओं के लिए एक विशेष लंच आयोजित किया जाएगा। इस बार शो की मेजबानी मशहूर होस्ट कॉनन ओ’ब्रायन करने वाले हैं, जो इस आयोजन को और भी खास बना देगा। गौरतलब है कि अकादमी की सदस्यता आवेदन के जरिए नहीं, बल्कि दो मौजूदा सदस्यों की सिफारिश से मिलती है। सदस्य बनने के लिए व्यक्ति की पेशेवर उपलब्धियां और योग्यता को प्राथमिकता दी जाती है, जिससे यह प्रक्रिया बेहद विशिष्ट और प्रतिष्ठित मानी जाती है।
(Udaipur Kiran) / लोकेश चंद्र दुबे
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