रांची, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । राजद महासचिव सह मीडिया प्रभारी कैलाश यादव ने कहा है कि चुनाव आयोग संवैधानिक तौर पर निष्पक्ष संस्था होती है, लेकिन इन दिनों आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग विशेष गहन पुनरीक्षण एसआईआर के जरिए बिहार के दलित मजदूर किसान और कमजोर परिवार के लोगों को वोटर लिस्ट से बाहर कर रहा है।
उन्होंने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि एसआईआर के डॉक्यूमेंट्री आधार पर बड़ी संख्या पलायन किए गए लोगों को भी वोटर लिस्ट से बाहर कर दिया जाएगा। इससे करोड़ों गरीब और मजदूर वोट नहीं दे पाएंगे।
उल्लेेखनीय है कि चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण में नागरिकों को आधार कार्ड, वोटर कार्ड और राशन कार्ड को मान्यता नहीं देने का घोषणा की गई है। जो 11 डॉक्यूमेंट्स मांगे गए हैं वह रोज कमाने खाने वाले और गरीब कहां से दे पाएंगे। इसलिए चुनाव आयोग का एसआईआर प्रक्रिया अनुचित है।
यादव ने कहा कि देश का संवैधानिक संस्थान चुनाव आयोग आखिरकार इतनी हठधर्मिता क्यों दिखा रहा है। निश्चित रूप से चुनाव आयोग कहीं न कहीं केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि दलित, मजदूर, किसान और दबे कुचले वर्ग के लोग राजद के समर्थक और वोटर्स हैं। ऐसे में भाजपा चुनाव आयोग का इस्तेमाल कर दलित और गरीब तबके लोगों को वोट देने से रोकना चाहती है।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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