आज की तेज़ रफ़्तार दुनिया में crypto trading और स्मार्टफोन की लत ने न सिर्फ़ हमारा समय छीना है, बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाला है। बिटकॉइन और अन्य डिजिटल करेंसी की चकाचौंध में लोग रात-दिन स्क्रीन से चिपके रहते हैं, जिससे तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। आइए जानते हैं कि इस डिजिटल जाल से कैसे बचा जाए और अपने मानसिक स्वास्थ्य को कैसे सुरक्षित रखा जाए।
क्रिप्टो ट्रेडिंग का जुनून और मानसिक दबावक्रिप्टो मार्केट की अस्थिरता किसी रोलर कोस्टर से कम नहीं है। एक पल में कीमतें आसमान छूती हैं, तो अगले ही पल ज़मीन पर। इस उतार-चढ़ाव को ट्रैक करने के लिए लोग घंटों अपने फोन पर नज़रें गड़ाए रहते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह न सिर्फ़ नींद को प्रभावित करता है, बल्कि लगातार दिमाग पर दबाव डालता है। दिल्ली के मनोचिकित्सक डॉ. राकेश शर्मा बताते हैं, “क्रिप्टो ट्रेडिंग में पैसा लगाने वाले लोग अक्सर हर छोटे-बड़े बदलाव पर तनावग्रस्त हो जाते हैं। यह एक तरह की जुआ खेलने की लत बन जाती है।”
स्मार्टफोन की लत: एक और खतरास्मार्टफोन आज हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। क्रिप्टो ट्रेडिंग ऐप्स के साथ-साथ सोशल मीडिया और गेमिंग ऐप्स भी हमें स्क्रीन से बांधे रखते हैं। एक हालिया अध्ययन के मुताबिक, औसतन एक व्यक्ति दिन में 3-4 घंटे अपने फोन पर बिताता है। यह न केवल आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि मानसिक शांति को भी भंग करता है। लगातार नोटिफिकेशन्स और अपडेट्स की चिंता में लोग अपने परिवार और दोस्तों से कटने लगते हैं।
मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है गहरा असरक्रिप्टो ट्रेडिंग और स्मार्टफोन की लत का सबसे बड़ा नुकसान मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। नींद न आना, चिड़चिड़ापन, और एकाग्रता की कमी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। युवाओं में यह लत डिप्रेशन और एंग्जाइटी को बढ़ाने का बड़ा कारण बन रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक स्क्रीन पर रहने से दिमाग में डोपामाइन का स्तर बढ़ता है, जो लत को और गहरा करता है।
इससे बचने के लिए क्या करें?अच्छी खबर यह है कि कुछ आसान उपायों से आप इस जाल से बाहर निकल सकते हैं। सबसे पहले, अपने फोन का इस्तेमाल सीमित करें। दिन में कुछ घंटे स्क्रीन-फ्री समय रखें। क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए एक निश्चित समय तय करें और बार-बार ऐप्स चेक करने से बचें। ध्यान और योग जैसी गतिविधियां तनाव कम करने में मददगार हैं। इसके अलावा, दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं, ताकि आप डिजिटल दुनिया से बाहर की दुनिया से जुड़े रहें।
संतुलन है जरूरीक्रिप्टो ट्रेडिंग और स्मार्टफोन का इस्तेमाल गलत नहीं है, लेकिन इनका अति करना नुकसानदायक हो सकता है। अपने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। अगर आपको लगता है कि आप इन चीज़ों के बिना नहीं रह सकते, तो किसी मनोचिकित्सक से सलाह लें। छोटे-छोटे बदलाव आपकी ज़िंदगी को और बेहतर बना सकते हैं।
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