बिजनौर के हल्दौर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। 32 वर्षीय अमित, जो दिल्ली में मेहनत-मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था, की अचानक मौत ने उसके परिजनों को सदमे में डाल दिया। अमित के परिवार ने उसकी पत्नी और ससुराल वालों पर ज़हर देकर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले ने न केवल स्थानीय समुदाय को हिलाकर रख दिया, बल्कि कई सवाल भी खड़े किए हैं। क्या यह एक सुनियोजित साजिश थी या फिर एक दुखद संयोग? आइए, इस घटना के हर पहलू को समझने की कोशिश करते हैं।
पारिवारिक रिश्तों में तनावअमित, जो मूल रूप से बिजनौर के धामपुर थाना क्षेत्र के नैंसीवाला गांव का रहने वाला था, की शादी सात साल पहले हल्दौर के बलदाना गांव में हुई थी। उसकी पत्नी के साथ तीन बच्चे थे, जो इस दुखद घटना के बाद अब अनाथ हो गए हैं। परिजनों के अनुसार, अमित की पत्नी का पहले एक प्रेमी के साथ रंगरलियां मनाते हुए पकड़ा जाना इस त्रासदी की जड़ हो सकता है। इस घटना के बाद पत्नी अपने मायके चली गई थी, जिससे दोनों के बीच तनाव बढ़ गया था। अमित, जो दिल्ली में काम करता था, अपनी पत्नी से मिलने के लिए बलदाना पहुंचा था, लेकिन अगले ही दिन उसकी लाश एक स्थानीय डॉक्टर के पास पहुंची। यह खबर सुनते ही परिजनों का गुस्सा भड़क उठा।
ससुराल वालों पर शक की सुईअमित के परिजनों का दावा है कि उसकी पत्नी और ससुराल वालों ने मिलकर उसे ज़हर देकर मार डाला। सूचना मिलते ही जब परिजन मौके पर पहुंचे, तो ससुराल पक्ष के लोग वहां से भाग खड़े हुए। यह व्यवहार परिजनों के शक को और गहरा करता है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है ताकि मौत का सही कारण सामने आ सके। स्थानीय लोगों के बीच भी इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ का मानना है कि यह पारिवारिक विवाद का नतीजा हो सकता है, जबकि अन्य इसे एक सुनियोजित हत हत्याकांड मान रहे हैं।
बच्चों का भविष्य अधर मेंइस घटना ने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है अमित के तीन मासूम बच्चों को, जो अब अपनी मां के साथ मायके में हैं। परिजनों का कहना है कि बच्चों का भविष्य अब अधर में लटक गया है। अमित की मां, जो इस दुख को सहन करने की कोशिश कर रही हैं, ने बताया कि उनके बेटे ने हमेशा अपने परिवार की खुशी के लिए मेहनत की। अब, जबकि वह इस दुनिया में नहीं है, परिवार के सामने आर्थिक और भावनात्मक संकट खड़ा हो गया है। स्थानीय समुदाय ने भी इस परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
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