Cancer Early Detection : कैंसर का नाम सुनते ही दिल दहल जाता है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि कैंसर यानी मौत का दूसरा नाम। ऐसा इसलिए क्योंकि इस बीमारी से हर साल लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं, और ये आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर कैंसर का पता शुरुआती स्टेज में लग जाए, तो इसे ठीक करने की संभावना कहीं ज्यादा होती है? फिर भी, ज्यादातर मामलों में कैंसर का पता आखिरी स्टेज में ही क्यों चलता है? कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. तरंग कृष्णा ने इस बारे में कुछ चौंकाने वाली और जरूरी बातें बताई हैं।
आखिरी स्टेज में ही क्यों दिखता है कैंसर का चेहरा?डॉ. तरंग के मुताबिक, ज्यादातर मामलों में कैंसर का पता तब चलता है, जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। ऐसा नहीं है कि कैंसर अचानक आखिरी स्टेज में पहुंच जाता है। शुरुआती दौर में इसके कई लक्षण दिखते हैं, लेकिन लोग या कभी-कभी डॉक्टर भी इन्हें मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। नतीजा? जब तक बीमारी का पता चलता है, तब तक हालात काफी बिगड़ चुके होते हैं। ये लापरवाही ही कैंसर को और खतरनाक बना देती है।
कैंसर के लक्षण: छोटी-सी बात, बड़ा खतरा!डॉ. तरंग बताते हैं कि कैंसर के लक्षण इतने आम होते हैं कि लोग इन्हें गंभीरता से नहीं लेते। मसलन, अचानक वजन कम होना, बार-बार थकान महसूस करना, लंबे समय तक दर्द रहना, शरीर में कहीं गांठ बनना, घाव जो ठीक न हो, या भूख में बदलाव जैसे लक्षण। अगर इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक दिखे, तो इसे हल्के में न लें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि छोटी-सी सावधानी आपकी जिंदगी बचा सकती है।
रेगुलर चेकअप: कैंसर से जंग का पहला कदमडॉ. तरंग का कहना है कि कैंसर या किसी भी गंभीर बीमारी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है रेगुलर हेल्थ चेकअप। अगर आपको कैंसर का कोई भी लक्षण दिखे, तो बिना देर किए PET-CT स्कैन करवाएं। शुरुआती स्टेज में कैंसर का पता लगना इसका इलाज आसान बनाता है। अगर समय रहते सही कदम न उठाए गए, तो ये बीमारी जानलेवा बन सकती है। तो, आज से ही अपनी सेहत को प्राथमिकता दें!
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