चीन की राजधानी बीजिंग में स्थित Beijing University Of Technology के Gengdan Institute में एक चौंकाने वाली घटना ने देशभर में हंगामा मचा दिया है। एक छात्रा ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि उसे बीमार छुट्टी लेने के लिए अपनी निजता का बलिदान करना पड़ा। इस घटना ने न केवल संस्थान की नीतियों पर सवाल उठाए हैं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों और गोपनीयता के मुद्दे को भी केंद्र में ला दिया है। आइए, इस मामले की पूरी कहानी समझते हैं।
क्या हुआ था उस दिन?15 मई 2025 को एक छात्रा ने Weibo पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उसने बताया कि Gengdan Institute के क्लिनिक में एक महिला कर्मचारी ने उससे मासिक धर्म की छुट्टी के लिए पैंट उतारने की मांग की। छात्रा ने वीडियो में भावुक होकर सवाल किया, "क्या अब हर लड़की को मासिक धर्म की छुट्टी लेने के लिए अपनी गरिमा को ताक पर रखना होगा?" जवाब में कर्मचारी ने ठंडे लहजे में कहा कि यह उनका निजी नियम नहीं, बल्कि संस्थान की नीति है। जब छात्रा ने इस नीति का लिखित प्रमाण मांगा, तो उसे मना कर दिया गया और अस्पताल से मेडिकल सर्टिफिकेट लाने को कहा गया। इस घटना ने छात्रा को मानसिक रूप से आहत किया और उसने अपनी आवाज़ को दुनिया तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
संस्थान का दावा: सब कुछ प्रोटोकॉल के तहतअगले दिन, 16 मई 2025 को Beijing University Of Technology ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सफाई दी। संस्थान ने दावा किया कि क्लिनिक कर्मचारियों ने कोई नियम नहीं तोड़ा, बल्कि "मानक प्रक्रियाओं" का पालन किया। उनके अनुसार, कर्मचारी ने छात्रा की सहमति से उसकी स्थिति को समझने की कोशिश की थी, और कोई शारीरिक जांच नहीं हुई। एक कर्मचारी, जिनका नाम Ju बताया गया, ने कहा कि कुछ छात्राएं बार-बार छुट्टी लेने के लिए मासिक धर्म का बहाना बनाती हैं, जिसके चलते यह नीति बनाई गई थी। लेकिन क्या यह नीति वाकई उचित है, या यह महिलाओं की गरिमा पर हमला है?
सोशल मीडिया पर जनता का गुस्सासंस्थान के इस बयान ने लोगों के गुस्से को और भड़का दिया। Weibo और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स ने इसे "निजता का हनन" और "महिलाओं के खिलाफ अत्याचार" करार दिया। एक यूजर ने लिखा, "यह नीति नहीं, बल्कि तानाशाही है। किसी लड़की को कपड़े उतारने के लिए कहना मानवता पर धब्बा है।" कई लोगों ने मांग की कि Gengdan Institute इस नीति को तुरंत खत्म करे और पीड़ित छात्रा को माफी मांगे। इस घटना ने न केवल बीजिंग, बल्कि पूरे चीन में महिलाओं के अधिकारों पर चर्चा को तेज कर दिया है।
कानूनी विशेषज्ञों ने उठाई आवाज़इस मामले ने कानूनी विशेषज्ञों का भी ध्यान खींचा। मशहूर वकील और पूर्व अभियोजक Zhang Yongquan ने इसे China Civil Code और Women’s Rights Protection Law का स्पष्ट उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा, "किसी छात्रा से ऐसी मांग करना, भले ही कोई उपकरण इस्तेमाल न हुआ हो, निजता पर हमला है। यह न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि मानसिक आघात का कारण भी बन सकता है।" Zhang Yongquan ने मांग की कि Beijing University Of Technology सार्वजनिक माफी मांगे, छात्रा को मुआवजा दे, और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई करे।
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